नई दिल्ली, 21 मई (आईएएनएस)। कांग्रेस सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर ने बुधवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भारतीय विदेश मंत्रालय पूरी तरह से विफल रहा है। उन्होंने दुनियाभर में भारतीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडलों को भेजकर पाकिस्तान को बेनकाब करने वाले केंद्र सरकार के फैसले पर यह बात कही।
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने बुधवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा, ” ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पाकिस्तान के साथ हमारा जो संघर्ष हुआ, उस पर विदेश मंत्रालय अपनी बात रखने और नैरेटिव रखने में पूरी तरह से नाकामयाब रहा है। इसलिए केंद्र सरकार को मजबूरन विपक्ष को साथ लाना पड़ रहा है। इससे पहले पीएम मोदी ने कभी विपक्ष को साथ नहीं लिया, यहां तक कि जब सर्वदलीय बैठक हुई, तो उसमें भी वह शामिल नहीं हुए। विपक्ष को साथ लेकर चलने में उनका विश्वास नहीं है, लेकिन अब हालात ऐसे बन गए हैं कि उन्हें विपक्ष का सहारा लेना पड़ रहा है।”
संसद सत्र बुलाए जाने की मांग पर कांग्रेस नेता ने कहा, “हमारे देश की परंपरा रही है, जंग के दौरान भी संसद सत्र बुलाया गया है। 1962 के युद्ध की बात हो या फिर जब अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे, तब की बात करें, जब भी संसद के विशेष सत्र की मांग की गई, उस समय सत्र बुलाया गया। इस दौरान युद्ध के बारे में देशवासियों को बताया गया। लेकिन पता नहीं क्यों हमारे प्रधानमंत्री सत्र बुलाने, सर्वदलीय बैठक और प्रेस ब्रीफिंग करने में घबराते हैं। उन्हें प्रेस के सामने भी आना चाहिए था और बताना चाहिए था कि क्या वस्तुस्थिति है। खासतौर पर सीजफायर किस परिप्रेक्ष्य में हुआ। इसमें अमेरिका की क्या भूमिका थी। उन्हें इन तमाम बातों को सामने रखना चाहिए।”
पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद हिंसा में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की भूमिका सामने आने पर कांग्रेस सांसद ने कहा, “कोई भी व्यक्ति चाहे, वह किसी भी पार्टी, जाति या धर्म का हो और उसने कोई गलत काम किया है और कानून को अपने हाथ में लिया है, तो ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। हमें उम्मीद है कि ममता बनर्जी की सरकार ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।”
–आईएएनएस
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