deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home राष्ट्रीय

ओडिशा के सीएम ने अधिकारियों से कहा- बाढ़, चक्रवात से निपटने के लिए तैयार रहें

by
June 24, 2023
in राष्ट्रीय
0
ओडिशा के सीएम ने अधिकारियों से कहा- बाढ़, चक्रवात से निपटने के लिए तैयार रहें
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

भुवनेश्वर, 24 जून (आईएएनएस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को अधिकारियों को मानसून के मौसम के दौरान संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।

पूरे राज्य में मानसून की दस्तक के एक दिन बाद, पटनायक ने किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और जिलों की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए राज्य स्तरीय प्राकृतिक आपदा समिति की बैठक की अध्यक्षता की।

READ ALSO

आईपीएल 2025 : मिशेल मार्श की शतकीय पारी की बदौलत एलएसजी ने जीटी को 33 रनों से हराया

नक्सलवाद के खिलाफ कार्रवाई पर अग्निमित्रा पॉल ने कहा, मोदी सरकार ने स्पष्ट किया भारत का स्टैंड

सीएम पटनायक ने कहा कि ओडिशा में कई और बार-बार आने वाली आपदाओं, विशेषकर बाढ़ और चक्रवात का खतरा बना रहता है। पिछले साल 24 जिले बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित हुए थे। हालांकि, राज्य ने सफलतापूर्वक इसका सामना किया।

सीएम ने कहा कि आपदाओं की तैयारी और प्रबंधन के लिए ओडिशा को केंद्र द्वारा 2023 के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पटनायक ने अधिकारियों से कहा कि जून से अक्टूबर तक का समय हमारे लिए महत्वपूर्ण होता है, इस दौरान सूखा, बाढ़ या चक्रवात आ सकते हैं। इसलिए, हमें संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए हर स्तर पर अपनी तैयारियों की समीक्षा करनी होगी। साथ ही हमें किसी अन्य प्रकार की आपात स्थिति के लिए भी तैयार रहना चाहिए।

उन्होंने अधिकारियों को शुरुआत में ही बचाव एवं राहत कार्यो, पीने के पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य व पशु चिकित्सा सेवाओं के संबंध में पर्याप्त उपाय करने का निर्देश दिया। ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) इकाइयों और अग्निशमन सेवाओं को किसी भी समय किसी भी स्थान पर तत्काल प्रतिक्रिया के लिए अलर्ट पर रखा गया है।

जिलों और विभागों में नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे खुले रहेंगे। वास्तविक समय के मौसम और आपदा से संबंधित अपडेट प्रसारित करने के लिए सर्तक वेब और मोबाइल एप विकसित किया गया है।

खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण विभाग को पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री का स्टोरेज करने को कहा गया है। मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास विभाग कमजोर और दुर्गम क्षेत्रों में पर्याप्त पशु चारा का स्टोरेज करेगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान हरे चारे की व्यवस्था और पशु शिविर खोलने की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।

कलेक्टरों को बचाव और राहत कार्यों के दौरान गर्भवती महिलाओं, शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग, छोटे बच्चों, विधवाओं और बुजुर्गो जैसे कमजोर लोगों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया।

उन्होंने कहा कि आपदाओं के बाद राहत लाइनों की तत्काल मंजूरी, जीवन रेखा बुनियादी ढांचे की मरम्मत और बहाली तथा आजीविका की बहाली होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने बालासोर के बहनागा में हुए दुखद रेल हादसे को भी याद किया, जिसमें लगभग 290 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों घायल हो गए थे।

–आईएएनएस

एफजेड/एसजीके

ADVERTISEMENT

भुवनेश्वर, 24 जून (आईएएनएस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को अधिकारियों को मानसून के मौसम के दौरान संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।

पूरे राज्य में मानसून की दस्तक के एक दिन बाद, पटनायक ने किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और जिलों की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए राज्य स्तरीय प्राकृतिक आपदा समिति की बैठक की अध्यक्षता की।

सीएम पटनायक ने कहा कि ओडिशा में कई और बार-बार आने वाली आपदाओं, विशेषकर बाढ़ और चक्रवात का खतरा बना रहता है। पिछले साल 24 जिले बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित हुए थे। हालांकि, राज्य ने सफलतापूर्वक इसका सामना किया।

सीएम ने कहा कि आपदाओं की तैयारी और प्रबंधन के लिए ओडिशा को केंद्र द्वारा 2023 के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पटनायक ने अधिकारियों से कहा कि जून से अक्टूबर तक का समय हमारे लिए महत्वपूर्ण होता है, इस दौरान सूखा, बाढ़ या चक्रवात आ सकते हैं। इसलिए, हमें संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए हर स्तर पर अपनी तैयारियों की समीक्षा करनी होगी। साथ ही हमें किसी अन्य प्रकार की आपात स्थिति के लिए भी तैयार रहना चाहिए।

उन्होंने अधिकारियों को शुरुआत में ही बचाव एवं राहत कार्यो, पीने के पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य व पशु चिकित्सा सेवाओं के संबंध में पर्याप्त उपाय करने का निर्देश दिया। ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) इकाइयों और अग्निशमन सेवाओं को किसी भी समय किसी भी स्थान पर तत्काल प्रतिक्रिया के लिए अलर्ट पर रखा गया है।

जिलों और विभागों में नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे खुले रहेंगे। वास्तविक समय के मौसम और आपदा से संबंधित अपडेट प्रसारित करने के लिए सर्तक वेब और मोबाइल एप विकसित किया गया है।

खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण विभाग को पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री का स्टोरेज करने को कहा गया है। मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास विभाग कमजोर और दुर्गम क्षेत्रों में पर्याप्त पशु चारा का स्टोरेज करेगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान हरे चारे की व्यवस्था और पशु शिविर खोलने की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।

कलेक्टरों को बचाव और राहत कार्यों के दौरान गर्भवती महिलाओं, शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग, छोटे बच्चों, विधवाओं और बुजुर्गो जैसे कमजोर लोगों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया।

उन्होंने कहा कि आपदाओं के बाद राहत लाइनों की तत्काल मंजूरी, जीवन रेखा बुनियादी ढांचे की मरम्मत और बहाली तथा आजीविका की बहाली होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने बालासोर के बहनागा में हुए दुखद रेल हादसे को भी याद किया, जिसमें लगभग 290 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों घायल हो गए थे।

–आईएएनएस

एफजेड/एसजीके

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

भुवनेश्वर, 24 जून (आईएएनएस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को अधिकारियों को मानसून के मौसम के दौरान संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।

पूरे राज्य में मानसून की दस्तक के एक दिन बाद, पटनायक ने किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और जिलों की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए राज्य स्तरीय प्राकृतिक आपदा समिति की बैठक की अध्यक्षता की।

सीएम पटनायक ने कहा कि ओडिशा में कई और बार-बार आने वाली आपदाओं, विशेषकर बाढ़ और चक्रवात का खतरा बना रहता है। पिछले साल 24 जिले बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित हुए थे। हालांकि, राज्य ने सफलतापूर्वक इसका सामना किया।

सीएम ने कहा कि आपदाओं की तैयारी और प्रबंधन के लिए ओडिशा को केंद्र द्वारा 2023 के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पटनायक ने अधिकारियों से कहा कि जून से अक्टूबर तक का समय हमारे लिए महत्वपूर्ण होता है, इस दौरान सूखा, बाढ़ या चक्रवात आ सकते हैं। इसलिए, हमें संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए हर स्तर पर अपनी तैयारियों की समीक्षा करनी होगी। साथ ही हमें किसी अन्य प्रकार की आपात स्थिति के लिए भी तैयार रहना चाहिए।

उन्होंने अधिकारियों को शुरुआत में ही बचाव एवं राहत कार्यो, पीने के पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य व पशु चिकित्सा सेवाओं के संबंध में पर्याप्त उपाय करने का निर्देश दिया। ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) इकाइयों और अग्निशमन सेवाओं को किसी भी समय किसी भी स्थान पर तत्काल प्रतिक्रिया के लिए अलर्ट पर रखा गया है।

जिलों और विभागों में नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे खुले रहेंगे। वास्तविक समय के मौसम और आपदा से संबंधित अपडेट प्रसारित करने के लिए सर्तक वेब और मोबाइल एप विकसित किया गया है।

खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण विभाग को पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री का स्टोरेज करने को कहा गया है। मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास विभाग कमजोर और दुर्गम क्षेत्रों में पर्याप्त पशु चारा का स्टोरेज करेगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान हरे चारे की व्यवस्था और पशु शिविर खोलने की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।

कलेक्टरों को बचाव और राहत कार्यों के दौरान गर्भवती महिलाओं, शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग, छोटे बच्चों, विधवाओं और बुजुर्गो जैसे कमजोर लोगों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया।

उन्होंने कहा कि आपदाओं के बाद राहत लाइनों की तत्काल मंजूरी, जीवन रेखा बुनियादी ढांचे की मरम्मत और बहाली तथा आजीविका की बहाली होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने बालासोर के बहनागा में हुए दुखद रेल हादसे को भी याद किया, जिसमें लगभग 290 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों घायल हो गए थे।

–आईएएनएस

एफजेड/एसजीके

ADVERTISEMENT

भुवनेश्वर, 24 जून (आईएएनएस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को अधिकारियों को मानसून के मौसम के दौरान संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।

पूरे राज्य में मानसून की दस्तक के एक दिन बाद, पटनायक ने किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और जिलों की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए राज्य स्तरीय प्राकृतिक आपदा समिति की बैठक की अध्यक्षता की।

सीएम पटनायक ने कहा कि ओडिशा में कई और बार-बार आने वाली आपदाओं, विशेषकर बाढ़ और चक्रवात का खतरा बना रहता है। पिछले साल 24 जिले बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित हुए थे। हालांकि, राज्य ने सफलतापूर्वक इसका सामना किया।

सीएम ने कहा कि आपदाओं की तैयारी और प्रबंधन के लिए ओडिशा को केंद्र द्वारा 2023 के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पटनायक ने अधिकारियों से कहा कि जून से अक्टूबर तक का समय हमारे लिए महत्वपूर्ण होता है, इस दौरान सूखा, बाढ़ या चक्रवात आ सकते हैं। इसलिए, हमें संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए हर स्तर पर अपनी तैयारियों की समीक्षा करनी होगी। साथ ही हमें किसी अन्य प्रकार की आपात स्थिति के लिए भी तैयार रहना चाहिए।

उन्होंने अधिकारियों को शुरुआत में ही बचाव एवं राहत कार्यो, पीने के पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य व पशु चिकित्सा सेवाओं के संबंध में पर्याप्त उपाय करने का निर्देश दिया। ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) इकाइयों और अग्निशमन सेवाओं को किसी भी समय किसी भी स्थान पर तत्काल प्रतिक्रिया के लिए अलर्ट पर रखा गया है।

जिलों और विभागों में नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे खुले रहेंगे। वास्तविक समय के मौसम और आपदा से संबंधित अपडेट प्रसारित करने के लिए सर्तक वेब और मोबाइल एप विकसित किया गया है।

खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण विभाग को पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री का स्टोरेज करने को कहा गया है। मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास विभाग कमजोर और दुर्गम क्षेत्रों में पर्याप्त पशु चारा का स्टोरेज करेगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान हरे चारे की व्यवस्था और पशु शिविर खोलने की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।

कलेक्टरों को बचाव और राहत कार्यों के दौरान गर्भवती महिलाओं, शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग, छोटे बच्चों, विधवाओं और बुजुर्गो जैसे कमजोर लोगों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया।

उन्होंने कहा कि आपदाओं के बाद राहत लाइनों की तत्काल मंजूरी, जीवन रेखा बुनियादी ढांचे की मरम्मत और बहाली तथा आजीविका की बहाली होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने बालासोर के बहनागा में हुए दुखद रेल हादसे को भी याद किया, जिसमें लगभग 290 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों घायल हो गए थे।

–आईएएनएस

एफजेड/एसजीके

ADVERTISEMENT

भुवनेश्वर, 24 जून (आईएएनएस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को अधिकारियों को मानसून के मौसम के दौरान संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।

पूरे राज्य में मानसून की दस्तक के एक दिन बाद, पटनायक ने किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और जिलों की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए राज्य स्तरीय प्राकृतिक आपदा समिति की बैठक की अध्यक्षता की।

सीएम पटनायक ने कहा कि ओडिशा में कई और बार-बार आने वाली आपदाओं, विशेषकर बाढ़ और चक्रवात का खतरा बना रहता है। पिछले साल 24 जिले बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित हुए थे। हालांकि, राज्य ने सफलतापूर्वक इसका सामना किया।

सीएम ने कहा कि आपदाओं की तैयारी और प्रबंधन के लिए ओडिशा को केंद्र द्वारा 2023 के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पटनायक ने अधिकारियों से कहा कि जून से अक्टूबर तक का समय हमारे लिए महत्वपूर्ण होता है, इस दौरान सूखा, बाढ़ या चक्रवात आ सकते हैं। इसलिए, हमें संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए हर स्तर पर अपनी तैयारियों की समीक्षा करनी होगी। साथ ही हमें किसी अन्य प्रकार की आपात स्थिति के लिए भी तैयार रहना चाहिए।

उन्होंने अधिकारियों को शुरुआत में ही बचाव एवं राहत कार्यो, पीने के पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य व पशु चिकित्सा सेवाओं के संबंध में पर्याप्त उपाय करने का निर्देश दिया। ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) इकाइयों और अग्निशमन सेवाओं को किसी भी समय किसी भी स्थान पर तत्काल प्रतिक्रिया के लिए अलर्ट पर रखा गया है।

जिलों और विभागों में नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे खुले रहेंगे। वास्तविक समय के मौसम और आपदा से संबंधित अपडेट प्रसारित करने के लिए सर्तक वेब और मोबाइल एप विकसित किया गया है।

खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण विभाग को पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री का स्टोरेज करने को कहा गया है। मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास विभाग कमजोर और दुर्गम क्षेत्रों में पर्याप्त पशु चारा का स्टोरेज करेगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान हरे चारे की व्यवस्था और पशु शिविर खोलने की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।

कलेक्टरों को बचाव और राहत कार्यों के दौरान गर्भवती महिलाओं, शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग, छोटे बच्चों, विधवाओं और बुजुर्गो जैसे कमजोर लोगों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया।

उन्होंने कहा कि आपदाओं के बाद राहत लाइनों की तत्काल मंजूरी, जीवन रेखा बुनियादी ढांचे की मरम्मत और बहाली तथा आजीविका की बहाली होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने बालासोर के बहनागा में हुए दुखद रेल हादसे को भी याद किया, जिसमें लगभग 290 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों घायल हो गए थे।

–आईएएनएस

एफजेड/एसजीके

ADVERTISEMENT

भुवनेश्वर, 24 जून (आईएएनएस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को अधिकारियों को मानसून के मौसम के दौरान संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।

पूरे राज्य में मानसून की दस्तक के एक दिन बाद, पटनायक ने किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और जिलों की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए राज्य स्तरीय प्राकृतिक आपदा समिति की बैठक की अध्यक्षता की।

सीएम पटनायक ने कहा कि ओडिशा में कई और बार-बार आने वाली आपदाओं, विशेषकर बाढ़ और चक्रवात का खतरा बना रहता है। पिछले साल 24 जिले बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित हुए थे। हालांकि, राज्य ने सफलतापूर्वक इसका सामना किया।

सीएम ने कहा कि आपदाओं की तैयारी और प्रबंधन के लिए ओडिशा को केंद्र द्वारा 2023 के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पटनायक ने अधिकारियों से कहा कि जून से अक्टूबर तक का समय हमारे लिए महत्वपूर्ण होता है, इस दौरान सूखा, बाढ़ या चक्रवात आ सकते हैं। इसलिए, हमें संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए हर स्तर पर अपनी तैयारियों की समीक्षा करनी होगी। साथ ही हमें किसी अन्य प्रकार की आपात स्थिति के लिए भी तैयार रहना चाहिए।

उन्होंने अधिकारियों को शुरुआत में ही बचाव एवं राहत कार्यो, पीने के पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य व पशु चिकित्सा सेवाओं के संबंध में पर्याप्त उपाय करने का निर्देश दिया। ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) इकाइयों और अग्निशमन सेवाओं को किसी भी समय किसी भी स्थान पर तत्काल प्रतिक्रिया के लिए अलर्ट पर रखा गया है।

जिलों और विभागों में नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे खुले रहेंगे। वास्तविक समय के मौसम और आपदा से संबंधित अपडेट प्रसारित करने के लिए सर्तक वेब और मोबाइल एप विकसित किया गया है।

खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण विभाग को पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री का स्टोरेज करने को कहा गया है। मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास विभाग कमजोर और दुर्गम क्षेत्रों में पर्याप्त पशु चारा का स्टोरेज करेगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान हरे चारे की व्यवस्था और पशु शिविर खोलने की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।

कलेक्टरों को बचाव और राहत कार्यों के दौरान गर्भवती महिलाओं, शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग, छोटे बच्चों, विधवाओं और बुजुर्गो जैसे कमजोर लोगों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया।

उन्होंने कहा कि आपदाओं के बाद राहत लाइनों की तत्काल मंजूरी, जीवन रेखा बुनियादी ढांचे की मरम्मत और बहाली तथा आजीविका की बहाली होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने बालासोर के बहनागा में हुए दुखद रेल हादसे को भी याद किया, जिसमें लगभग 290 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों घायल हो गए थे।

–आईएएनएस

एफजेड/एसजीके

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

भुवनेश्वर, 24 जून (आईएएनएस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को अधिकारियों को मानसून के मौसम के दौरान संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।

पूरे राज्य में मानसून की दस्तक के एक दिन बाद, पटनायक ने किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और जिलों की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए राज्य स्तरीय प्राकृतिक आपदा समिति की बैठक की अध्यक्षता की।

सीएम पटनायक ने कहा कि ओडिशा में कई और बार-बार आने वाली आपदाओं, विशेषकर बाढ़ और चक्रवात का खतरा बना रहता है। पिछले साल 24 जिले बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित हुए थे। हालांकि, राज्य ने सफलतापूर्वक इसका सामना किया।

सीएम ने कहा कि आपदाओं की तैयारी और प्रबंधन के लिए ओडिशा को केंद्र द्वारा 2023 के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पटनायक ने अधिकारियों से कहा कि जून से अक्टूबर तक का समय हमारे लिए महत्वपूर्ण होता है, इस दौरान सूखा, बाढ़ या चक्रवात आ सकते हैं। इसलिए, हमें संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए हर स्तर पर अपनी तैयारियों की समीक्षा करनी होगी। साथ ही हमें किसी अन्य प्रकार की आपात स्थिति के लिए भी तैयार रहना चाहिए।

उन्होंने अधिकारियों को शुरुआत में ही बचाव एवं राहत कार्यो, पीने के पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य व पशु चिकित्सा सेवाओं के संबंध में पर्याप्त उपाय करने का निर्देश दिया। ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) इकाइयों और अग्निशमन सेवाओं को किसी भी समय किसी भी स्थान पर तत्काल प्रतिक्रिया के लिए अलर्ट पर रखा गया है।

जिलों और विभागों में नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे खुले रहेंगे। वास्तविक समय के मौसम और आपदा से संबंधित अपडेट प्रसारित करने के लिए सर्तक वेब और मोबाइल एप विकसित किया गया है।

खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण विभाग को पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री का स्टोरेज करने को कहा गया है। मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास विभाग कमजोर और दुर्गम क्षेत्रों में पर्याप्त पशु चारा का स्टोरेज करेगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान हरे चारे की व्यवस्था और पशु शिविर खोलने की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।

कलेक्टरों को बचाव और राहत कार्यों के दौरान गर्भवती महिलाओं, शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग, छोटे बच्चों, विधवाओं और बुजुर्गो जैसे कमजोर लोगों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया।

उन्होंने कहा कि आपदाओं के बाद राहत लाइनों की तत्काल मंजूरी, जीवन रेखा बुनियादी ढांचे की मरम्मत और बहाली तथा आजीविका की बहाली होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने बालासोर के बहनागा में हुए दुखद रेल हादसे को भी याद किया, जिसमें लगभग 290 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों घायल हो गए थे।

–आईएएनएस

एफजेड/एसजीके

ADVERTISEMENT

भुवनेश्वर, 24 जून (आईएएनएस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को अधिकारियों को मानसून के मौसम के दौरान संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।

पूरे राज्य में मानसून की दस्तक के एक दिन बाद, पटनायक ने किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और जिलों की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए राज्य स्तरीय प्राकृतिक आपदा समिति की बैठक की अध्यक्षता की।

सीएम पटनायक ने कहा कि ओडिशा में कई और बार-बार आने वाली आपदाओं, विशेषकर बाढ़ और चक्रवात का खतरा बना रहता है। पिछले साल 24 जिले बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित हुए थे। हालांकि, राज्य ने सफलतापूर्वक इसका सामना किया।

सीएम ने कहा कि आपदाओं की तैयारी और प्रबंधन के लिए ओडिशा को केंद्र द्वारा 2023 के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पटनायक ने अधिकारियों से कहा कि जून से अक्टूबर तक का समय हमारे लिए महत्वपूर्ण होता है, इस दौरान सूखा, बाढ़ या चक्रवात आ सकते हैं। इसलिए, हमें संभावित बाढ़ और चक्रवात से निपटने के लिए हर स्तर पर अपनी तैयारियों की समीक्षा करनी होगी। साथ ही हमें किसी अन्य प्रकार की आपात स्थिति के लिए भी तैयार रहना चाहिए।

उन्होंने अधिकारियों को शुरुआत में ही बचाव एवं राहत कार्यो, पीने के पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य व पशु चिकित्सा सेवाओं के संबंध में पर्याप्त उपाय करने का निर्देश दिया। ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) इकाइयों और अग्निशमन सेवाओं को किसी भी समय किसी भी स्थान पर तत्काल प्रतिक्रिया के लिए अलर्ट पर रखा गया है।

जिलों और विभागों में नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे खुले रहेंगे। वास्तविक समय के मौसम और आपदा से संबंधित अपडेट प्रसारित करने के लिए सर्तक वेब और मोबाइल एप विकसित किया गया है।

खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण विभाग को पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री का स्टोरेज करने को कहा गया है। मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास विभाग कमजोर और दुर्गम क्षेत्रों में पर्याप्त पशु चारा का स्टोरेज करेगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान हरे चारे की व्यवस्था और पशु शिविर खोलने की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।

कलेक्टरों को बचाव और राहत कार्यों के दौरान गर्भवती महिलाओं, शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग, छोटे बच्चों, विधवाओं और बुजुर्गो जैसे कमजोर लोगों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया।

उन्होंने कहा कि आपदाओं के बाद राहत लाइनों की तत्काल मंजूरी, जीवन रेखा बुनियादी ढांचे की मरम्मत और बहाली तथा आजीविका की बहाली होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने बालासोर के बहनागा में हुए दुखद रेल हादसे को भी याद किया, जिसमें लगभग 290 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों घायल हो गए थे।

–आईएएनएस

एफजेड/एसजीके

Related Posts

आईपीएल 2025 : मिशेल मार्श की शतकीय पारी की बदौलत एलएसजी ने जीटी को 33 रनों से हराया
राष्ट्रीय

आईपीएल 2025 : मिशेल मार्श की शतकीय पारी की बदौलत एलएसजी ने जीटी को 33 रनों से हराया

May 23, 2025
राष्ट्रीय

नक्सलवाद के खिलाफ कार्रवाई पर अग्निमित्रा पॉल ने कहा, मोदी सरकार ने स्पष्ट किया भारत का स्टैंड

May 22, 2025
राष्ट्रीय

पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने की कोशिश होनी चाहिए: जेएनयू अध्यक्ष नीतीश कुमार

May 22, 2025
छवि खराब करने के लिए कर्नाटक के मंत्री के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी : यूबी वेंकटेश
राष्ट्रीय

छवि खराब करने के लिए कर्नाटक के मंत्री के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी : यूबी वेंकटेश

May 22, 2025
नागालैंड : राज्य सरकार ने यौन उत्पीड़न की जांच के चलते आईएएस अधिकारी को निलंबित किया
राष्ट्रीय

नागालैंड : राज्य सरकार ने यौन उत्पीड़न की जांच के चलते आईएएस अधिकारी को निलंबित किया

May 22, 2025
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने टोक्यो में महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि, आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख को दोहराया
राष्ट्रीय

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने टोक्यो में महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि, आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख को दोहराया

May 22, 2025
Next Post
हत्या का आरोपी 14 साल तक फरार रहने के बाद गिरफ्तार

हत्या का आरोपी 14 साल तक फरार रहने के बाद गिरफ्तार

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

कोल इंडिया ने दिसंबर तिमाही में कमाया 8,491 करोड़ रुपये का मुनाफा, डिविडेंड का किया ऐलान

January 27, 2025

आईपीएल 2025 : हैदराबाद ने लखनऊ की प्लेऑफ की उम्मीदों पर पानी फेरा, छह विकेट से मैच जीता

May 19, 2025
पूरी ईमानदारी से कहूं तो दिल्ली की पिचें अच्छी नहीं रही हैं: शेन वॉटसन

पूरी ईमानदारी से कहूं तो दिल्ली की पिचें अच्छी नहीं रही हैं: शेन वॉटसन

May 19, 2023
लोकसभा चुनाव के बाद केरल में कम से कम एक विधानसभा के लिए होगा उपचुनाव

लोकसभा चुनाव के बाद केरल में कम से कम एक विधानसभा के लिए होगा उपचुनाव

May 27, 2024
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

082199
Total views : 5878658
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In