भुवनेश्वर, 14 मार्च (आईएएनएस)। ओडिशा में 2012 से 2022 के बीच हाथियों के हमले में कम से कम 925 लोगों की मौत हुई है। राज्य के वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रदीप अमत ने मंगलवार को विधानसभा को यह जानकारी दी।
भाजपा सदस्य ललितेंदु बिद्याधर महापात्रा के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए वन मंत्री ने कहा कि पिछले 10 सालों के दौरान ओडिशा में हाथियों के हमलों में 925 लोग मारे गए हैं और 212 शारीरिक रूप से अक्षम हो गए हैं।
मानव हताहतों की संख्या 2012-13 में 80 से बढ़कर 2017-18 में 105 और 2021-22 में 112 हो गई।
हाथी के हमलों में साल 2020-21 में सबसे ज्यादा 139 लोगों की मौत हुई, जबकि 2019-20 में ऐसी घटनाओं में 117 और 2021-22 में 112 लोगों की मौत हुई।
इसी तरह, राज्य में हाथियों के हमले में स्थायी रूप से दिव्यांग होने वालों की संख्या भी 2012-13 में पांच से बढ़कर 2021-22 में 51 हो गई है।
हाथियों के हमले से न सिर्फ इंसानों की जान गई, बल्कि राज्य में पिछले 10 सालों में 784 हाथियों की मौत भी हुई है।
जहां 2012-13 में 82 हाथियों की मौत हुई, वहीं 2015-16 में यह आंकड़ा 86, 2018-19 में 93 और 2021-22 में 86 था।
इस अवधि के दौरान, ओडिशा सरकार ने 39 हाथियों की मौत की घटनाओं की जांच की और 50 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई। हालांकि, इन मामलों में अब तक एक भी आरोपी को दोषी नहीं ठहराया गया है।
एक अन्य लिखित बयान में, ओडिशा के वन मंत्री ने कहा है कि 2022-23 के दौरान शिकारियों ने 11 जंगली हाथियों को मार डाला।
2017 में की गई अंतिम हाथियों की जनगणना के अनुसार, ओडिशा में 1,976 हाथी हैं।
–आईएएनएस
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