सैन फ्रांसिस्को, 24 जुलाई (आईएएनएस)। ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने सोमवार को आईबॉल-स्कैनिंग क्रिप्टोकरेंसी स्टार्टअप ‘वर्ल्डकॉइन’ लॉन्च किया, जो ऑनलाइन एआई से अलग करने के लिए एक विश्वसनीय समाधान बनाने, वैश्विक लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को सक्षम करने और आर्थिक अवसर में भारी वृद्धि करने में मदद करेगा।
वर्ल्डकॉइन के संस्थापक एलेक्स ब्लानिया और सैम ऑल्टमैन ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, हमारा मानना है कि वर्ल्डकॉइन आर्थिक अवसरों को काफी हद तक बढ़ा सकता है, गोपनीयता बनाए रखते हुए ऑनलाइन एआई से लोगों को अलग करने के लिए एक विश्वसनीय समाधान पेश कर सकता है, साथ ही यह वैश्विक लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को सक्षम कर सकता है और एआई-वित्त पोषित यूबीआई के लिए एक संभावित रास्ता दिखा सकता है।”
कंपनी के अनुसार वर्ल्डकॉइन में गोपनीयता का पूरा ध्यान रखा जाएगा। यूजर्स को डिजिटल पहचान (वर्ल्ड आईडी) दी जाएगी। अमेरिका में ऐसे कदम उठाए जाएंगे ताकि अधिक लोगों को लाभ मिल सके।
उपयोगकर्ता अब पहला प्रोटोकॉल-कंपैटिबल वॉलेट वर्ल्ड ऐप डाउनलोड कर सकते हैं और अपना हिस्सा आरक्षित कर सकते हैं। बायोमेट्रिक सत्यापन उपकरण ऑर्ब पर जाने के बाद उन्हें एक वर्ल्ड आईडी प्राप्त होगी। इससे उन्हें साबित करने में मदद मिलती है कि वे एक वास्तविक यूजर्स हैं।
जैसे-जैसे ऑर्ब्स का वैश्विक वितरण तेजी से बढ़ रहा है, इसको लेकर उपयोगकर्ता वर्ल्ड ऐप और वर्ल्डकॉइन की आधिकारिक वेबसाइट पर सत्यापित होने के लिए बुक समय पा सकते हैं।
इसके अलावा, स्टार्टअप ने वर्ल्ड आईडी की वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए 1,500 ऑर्ब्स का रोलआउट शुरू कर दिया है।
वर्ल्डकॉइन ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, “परियोजना ऑर्ब्स की संख्या को 1,500 तक बढ़ाएगी और दुनिया भर के 35 से अधिक शहरों में कम करेगी।”
नए ऑर्ब्स 2023 के अंत तक भारत सहित 20 से अधिक देशों के 35 से ज्यादा शहरों में उपलब्ध होंगे।
1,500 ऑर्ब्स पर वैश्विक स्तर पर 5 गुना से अधिक साइन-अप की क्षमता होगी और लाखों अतिरिक्त लोगों को सक्षम बनाएगी। 20 लाख लोग पहले ही वर्ल्ड आईडी के लिए साइन अप कर चुके हैं।
–आईएएनएस
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