गोटेगांव. ओवर नाइट एक्सप्रेस, स्थानीय नगर के श्रीधाम स्टेशन से जिस ट्रेन में गरीब जनता सफर करती थी वह ट्रेनें बंद कर दी गई है अब सवाल यह उठता है की गरीब जनता की कोई सुनने वाला है क्या.जो बंद पड़ी शटल और फास्ट गाड़ी को पुनः चालू करने के लिए प्रयास होना चाहिए इस विषय में अनेक बार जनता ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इस समस्या से अवगत भी कराया किंतु जनप्रतिनिधियों की चुप्पी जनमानस में आक्रोश पैदा कर रही है.
वहीं पढ़ाई करने के लिए इंदौर जाने वाले बच्चों के लिए भी रेल प्रशासन को ओवरनाइट का स्टॉपेज करना चाहिए अभी इंदौर के लिए सिर्फ नर्मदा एक्सप्रेस है इसको पहुंचने में 13 घंटे का समय लगता है एवं ओवरनाइट अगर श्रीधाम स्थापित हो जाए तो सिर्फ 9 घंटे में इंदौर की यात्रा विद्यार्थियों के लिए सुगमता प्रदान करेगी इंदौर आने जाने वाले बच्चों के लिए समय भी कम लगेगा इस विषय में शासन प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि ध्यान दें.
जैसा कि सभी को विदित है कि सामान्य वर्ग के लिए सस्ती सुंदर और उपयोगी ट्रेनें बंद करने से जहां जनमानस पर आर्थिक बोझ भी बढ़ता है वहीं इन गाड़ियों के स्थान पर चलाई गई मेमो ट्रेन ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है और जनता लगातार अपनी पुरानी ट्रेनों को चलाने की मांग कर रही है स्मरण रहे यह ट्रेनें इटारसी से कटनी सतना के बीच लगभग तीस से चालीस स्टेशनों की यात्रियों को समय पर और सुविधा पूर्वक अपने गंतव्य तक लाने ले जाने का कार्य करती थी.
जहां ओवरनाइट ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों का यह भी कहना है कि पिपरिया में ट्रेन समय के पूर्व पहुंच जाती है एवं लगभग आधा घंटा वहां खड़ी रहती है एवं इसी तरह से आते समय मदन महल बिफोर समय पर पहुंच जाती है तो लगभग तीस मिनट मिनट मदन महल में भी खड़ी रहती है इसी समय को मैनेज करते हुए अगर दो मिनट का श्रीधाम में स्टॉपेज हो जाए तो यात्रियों एवं बाहर पढ़ने जाने वाले छात्रों सहित गोटेगांव क्षेत्र की जनता को भी इस ट्रेन का लाभ मिलने लगेगा.