नोम पेन्ह, 12 जनवरी (आईएएनएस)। कंबोडिया में 2024 में डेंगू के 18,987 मामले सामने आए है। इसमें वर्ष 2023 के 35,390 मामलों की तुलना में 46 फीसद की तीव्र गिरावट आई है। यह आंकड़े स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट में जारी किए गए है।
रिपोर्ट में कहा गया है, “पिछले साल इस बीमारी से 46 लोगों की मौत हुई थी। यह आंकड़ा एक साल पहले हुई 99 मौतों से 53.5 प्रतिशत कम है।”
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय डेंगू नियंत्रण कार्यक्रम के प्रबंधक और राष्ट्रीय परजीवी विज्ञान, कीट विज्ञान और मलेरिया नियंत्रण केंद्र के उप निदेशक लींग रिथेया ने इस सफलता का श्रेय बड़े पैमाने पर प्रकोप को रोकने के लिए घरों में लार्वा नाशक, मच्छर भगाने वाली दवाइयां और अन्य सामग्री वितरित करने के प्रयासों को दिया।
उन्होंने शिन्हुआ को बताया, “अगर माता-पिता को संदेह है कि उनके बच्चे डेंगू वायरस से संक्रमित हैं, तो उन्हें 48 घंटे के भीतर अपने बीमार बच्चों को स्वास्थ्य केंद्रों या सरकारी अस्पतालों में ले जाना चाहिए।”
रिथेया ने लोगों से अपने घरों के आस-पास के गड्ढों को भरने का भी आग्रह किया, क्योंकि मच्छर गड्ढों में ही पनपते हैं।
डेंगू बुखार एक वायरल बीमारी है, जो एडीज मच्छरों के काटने से फैलती है। इसके लक्षण आमतौर पर सिरदर्द, तेज बुखार, थकावट, मांसपेशियों और जोड़ों में गंभीर दर्द, ग्रंथियों में सूजन, उल्टी और दाने होते हैं। दक्षिण-पूर्व एशियाई देश में डेंगू महामारी का चरम मई से अक्टूबर तक बरसात के मौसम में होता है।
इससे पहले नेशनल सेंटर फॉर पैरासिटोलॉजी, एंटोमोलॉजी एंड मलेरिया कंट्रोल के निदेशक हुय रेकोल ने कहा कि दक्षिण-पूर्व एशियाई देश में 2023 में मलेरिया के 1,384 मामले की तुलना में 2024 में 355 मामले आए। इस प्रकार 74 प्रतिशत की गिरावट आई।
मलेरिया मुख्य रूप से अमेरिका, एशिया और अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है।
मलेरिया नमी वाली जगहों में ज्यादा देखने को मिलता है। 2020 में दुनिया भर में मलेरिया के 241 मिलियन मामले सामने आए। इस बीमारी से 6,27,000 मौतें हुईं। इनमें से अधिकांश मामले अफ्रीका और दक्षिण एशिया में होते हैं।
–आईएएनएस
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