जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे (पमरे) के अंतर्गत भोपाल-इटारसी के बीच एक बड़ा हादसा होते-होते टला. भोपाल-इटारसी के बीच एक मालगाड़ी का डिब्बा कई किलोमीटर अकेले दौड़ता रहा. खासी मशक्कत के बाद रेल कर्मी इस डिब्बे को रोक पाए.
इस घटना से पमरे के रेल अधिकारियों में हड़कंप का माहौल निर्मित हो गया. आरोप लग रहे हैं कि सुरक्षा उपायों की अनदेखी और लापरवाही के कारण यह घटना घटी. अधिकारी अब जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.
स्टापर न लगाने से घटना
बताते हैं कि सीएंडडब्ल्यू कर्मचारियों ने डिरेल हुए कोच को ट्रैक पर लाते समय स्टापर नहीं लगाए जिससे कोच ढलान पर लुढ़कते हुए मिडघाट की ओर चल दिया. करीब एक घंटे में कोच को रेलवे लाइन पर काबू में किया गया. इस दौरान कोच करीब 4 किमी तक अकेला दौड़ता रहा. बताया जा रहा है कि भोपाल रेल मंडल की मालगाड़ी पटरियों की अनलोडिंग के लिए चौका स्टेशन भेजी गई थी.
इस ट्रेन में 20 कोच थे, जिसका अंतिम कोच डिरेल हो गया. कड़ी मशक्कत के बाद कोच को पटरी पर लाया गया लेकिन न कपलिंग की गई और न ही स्टॉपर लगाए. ऐसे में कोच ढलान पर अपने आप भागने लगा. मिडघाट स्टेशन मास्टर ने सूचना मिलने के बाद कोच को सेफ्टी लाइन पर रोका.