नई दिल्ली, 8 सितंबर (आईएएनएस)। ‘हारा हूं बाबा पर तुझपे भरोसा है, जीतूंगा एक दिन मेरा दिल ये कहता है’, ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’, भजनों को आपने कभी ना कभी सुना होगा। यह भजन देशभर में काफी मशहूर हुए। इन भजनों के माध्यम से लाखों-करोड़ों लोगों के दिलों में कन्हैया मित्तल ने अपनी पहचान बनाई। देश में उनकी गिनती मशहूर भजन गायकों में होती है।
देश और विदेश में उनके लाखों फैंस हैं। सवाल यह है कि आज कन्हैया मित्तल की चर्चा क्यों हो रही है। दरअसल, भजन से चर्चा में रहे कन्हैया मित्तल ने राजनीति में आने का ऐलान कर दिया है।
वह अपनी पारी कांग्रेस पार्टी के साथ शुरू कर रहे हैं। कभी कन्हैया मित्तल भाजपा के करीब रहे हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कहा था ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’। उन्होंने वोट की अपील की थी। हालांकि, कन्हैया मित्तल कभी भाजपा से सीधे तौर पर नहीं जुड़े थे। लेकिन, वह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना गुरु मानते हैं। रविवार को एक वीडियो में उन्होंने कहा, वह मेरे गुरु थे, हैं और रहेंगे। चाहे मैं किसी भी दल में रहूं।
कन्हैया ने कहा, भाजपा से मेरा कोई मनभेद, मतभेद नहीं है। मैं चाहता हूं कि सनातन की बात करने वाली सिर्फ एक ही पार्टी नहीं हो, कांग्रेस में भी सनातन की बात करने वाले लोग होने चाहिए। उन्होंने कहा, ऐसा कहा जा रहा है कि भाजपा ने मुझे हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया। इसलिए मैं कांग्रेस ज्वाइन कर रहा हूं। ऐसा बिल्कुल नहीं है।
कन्हैया मित्तल की जिंदगी की बात करें तो वह बिजनेसमैन बनना चाहते थे। वह तो संयोग मात्र से भजन गायक बन गए। एक पॉडकास्ट में कन्हैया मित्तल ने बताया था कि उनके परिवार में कोई भी भजन गायक नहीं है। पिता बिजनेस में हैं और वह भी बिजनेस ही करना चाहते थे। उन्होंने बताया कि प्रोफेशनल तौर पर वह साल 2016 से गायक बने। हालांकि, भजन तो वह सात साल की उम्र में साल 1997 से गा रहे हैं। साल 2004 में पहली बार पीतमपुरा में भजन गाया था। भजन गाते हुए 25 साल से ज्यादा समय हो गया है।
उन्होंने यह भी बताया था कि लोगों को जोड़ने के लिए 18 साल तक फ्री में गाया। इससे पहले राशन, कपड़ा, जूते सहित अन्य चीजों को बेचने का काम किया। कन्हैया मानते हैं कि आत्म सम्मान के लिए किया गया कोई भी कार्य छोटा नहीं होता है।
–आईएएनएस
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