कोलकाता, 5 जून (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस की चार बार विधायक और कभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परछाईं मानी जाने वाली सोनाली गुहा पर भाजपा ने अब टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के डायमंड हार्बर, लोकसभा क्षेत्र में उनके मजबूत संगठनात्मक नेटवर्क को तोड़ने का दांव चला है।
गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
अब देखना यह होगा कि गुहा भाजपा में अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर कैसा प्रदर्शन करती हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा के अनुसार चूंकि चार बार विधायक रह चुकीं गुहा पूरे दक्षिण 24 परगना जिले को जानती हैं, इसलिए पार्टी इस मामले में उनके अनुभव का इस्तेमाल करना चाहेगी।
–आईएएनएस
सीबीटी
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कोलकाता, 5 जून (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस की चार बार विधायक और कभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परछाईं मानी जाने वाली सोनाली गुहा पर भाजपा ने अब टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के डायमंड हार्बर, लोकसभा क्षेत्र में उनके मजबूत संगठनात्मक नेटवर्क को तोड़ने का दांव चला है।
गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
अब देखना यह होगा कि गुहा भाजपा में अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर कैसा प्रदर्शन करती हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा के अनुसार चूंकि चार बार विधायक रह चुकीं गुहा पूरे दक्षिण 24 परगना जिले को जानती हैं, इसलिए पार्टी इस मामले में उनके अनुभव का इस्तेमाल करना चाहेगी।
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गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
अब देखना यह होगा कि गुहा भाजपा में अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर कैसा प्रदर्शन करती हैं।
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गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
अब देखना यह होगा कि गुहा भाजपा में अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर कैसा प्रदर्शन करती हैं।
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गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
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2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
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अब देखना यह होगा कि गुहा भाजपा में अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर कैसा प्रदर्शन करती हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा के अनुसार चूंकि चार बार विधायक रह चुकीं गुहा पूरे दक्षिण 24 परगना जिले को जानती हैं, इसलिए पार्टी इस मामले में उनके अनुभव का इस्तेमाल करना चाहेगी।
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गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
अब देखना यह होगा कि गुहा भाजपा में अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर कैसा प्रदर्शन करती हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा के अनुसार चूंकि चार बार विधायक रह चुकीं गुहा पूरे दक्षिण 24 परगना जिले को जानती हैं, इसलिए पार्टी इस मामले में उनके अनुभव का इस्तेमाल करना चाहेगी।
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गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
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गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
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2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
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लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
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गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
अब देखना यह होगा कि गुहा भाजपा में अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर कैसा प्रदर्शन करती हैं।
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राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
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पश्चिम बंगाल में भाजपा की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा के अनुसार चूंकि चार बार विधायक रह चुकीं गुहा पूरे दक्षिण 24 परगना जिले को जानती हैं, इसलिए पार्टी इस मामले में उनके अनुभव का इस्तेमाल करना चाहेगी।
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कोलकाता, 5 जून (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस की चार बार विधायक और कभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परछाईं मानी जाने वाली सोनाली गुहा पर भाजपा ने अब टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के डायमंड हार्बर, लोकसभा क्षेत्र में उनके मजबूत संगठनात्मक नेटवर्क को तोड़ने का दांव चला है।
गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
अब देखना यह होगा कि गुहा भाजपा में अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर कैसा प्रदर्शन करती हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा के अनुसार चूंकि चार बार विधायक रह चुकीं गुहा पूरे दक्षिण 24 परगना जिले को जानती हैं, इसलिए पार्टी इस मामले में उनके अनुभव का इस्तेमाल करना चाहेगी।
–आईएएनएस
सीबीटी
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कोलकाता, 5 जून (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस की चार बार विधायक और कभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परछाईं मानी जाने वाली सोनाली गुहा पर भाजपा ने अब टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के डायमंड हार्बर, लोकसभा क्षेत्र में उनके मजबूत संगठनात्मक नेटवर्क को तोड़ने का दांव चला है।
गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
अब देखना यह होगा कि गुहा भाजपा में अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर कैसा प्रदर्शन करती हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा के अनुसार चूंकि चार बार विधायक रह चुकीं गुहा पूरे दक्षिण 24 परगना जिले को जानती हैं, इसलिए पार्टी इस मामले में उनके अनुभव का इस्तेमाल करना चाहेगी।
–आईएएनएस
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कोलकाता, 5 जून (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस की चार बार विधायक और कभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परछाईं मानी जाने वाली सोनाली गुहा पर भाजपा ने अब टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के डायमंड हार्बर, लोकसभा क्षेत्र में उनके मजबूत संगठनात्मक नेटवर्क को तोड़ने का दांव चला है।
गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
अब देखना यह होगा कि गुहा भाजपा में अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर कैसा प्रदर्शन करती हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा के अनुसार चूंकि चार बार विधायक रह चुकीं गुहा पूरे दक्षिण 24 परगना जिले को जानती हैं, इसलिए पार्टी इस मामले में उनके अनुभव का इस्तेमाल करना चाहेगी।
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कोलकाता, 5 जून (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस की चार बार विधायक और कभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परछाईं मानी जाने वाली सोनाली गुहा पर भाजपा ने अब टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के डायमंड हार्बर, लोकसभा क्षेत्र में उनके मजबूत संगठनात्मक नेटवर्क को तोड़ने का दांव चला है।
गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
अब देखना यह होगा कि गुहा भाजपा में अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर कैसा प्रदर्शन करती हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा के अनुसार चूंकि चार बार विधायक रह चुकीं गुहा पूरे दक्षिण 24 परगना जिले को जानती हैं, इसलिए पार्टी इस मामले में उनके अनुभव का इस्तेमाल करना चाहेगी।
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कोलकाता, 5 जून (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस की चार बार विधायक और कभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परछाईं मानी जाने वाली सोनाली गुहा पर भाजपा ने अब टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के डायमंड हार्बर, लोकसभा क्षेत्र में उनके मजबूत संगठनात्मक नेटवर्क को तोड़ने का दांव चला है।
गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
अब देखना यह होगा कि गुहा भाजपा में अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर कैसा प्रदर्शन करती हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा के अनुसार चूंकि चार बार विधायक रह चुकीं गुहा पूरे दक्षिण 24 परगना जिले को जानती हैं, इसलिए पार्टी इस मामले में उनके अनुभव का इस्तेमाल करना चाहेगी।
–आईएएनएस
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कोलकाता, 5 जून (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस की चार बार विधायक और कभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परछाईं मानी जाने वाली सोनाली गुहा पर भाजपा ने अब टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के डायमंड हार्बर, लोकसभा क्षेत्र में उनके मजबूत संगठनात्मक नेटवर्क को तोड़ने का दांव चला है।
गुहा, पश्चिम बंगाल विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रही हैं। वह सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रही हैं, जो डायमंड हार्बर के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से एक है। अनुभवी विधायक के रूप में, वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों से जुड़ी रही हैं, और भाजपा अब उनके अनुभव का उपयोग डायमंड हार्बर में सत्ताधारी किले में दरार पैदा करने में करना चाहती है।
राज्य भाजपा इकाई ने गुहा को डायमंड हार्बर में पार्टी की महिला शाखा भाजपा महिला मोर्चा का प्रभार दिया है। गुहा के अनुसार, हालांकि वह समझती हैं कि उन्हें एक कठिन काम दिया गया है, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है।
2001 से सतगछिया से चार बार के विधायक, गुहा को 2021 में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पार्टी के टिकट से वंचित कर दिया गया था। यह आरोप लगाते हुए कि अभिषेक बनर्जी के करीबी जिला नेतृत्व द्वारा उनके खिलाफ रची गई साजिश के कारण उनको टिकट से इनकार किया गया था। वह 2021 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुईं।
हालांकि, बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उनकी कवायद का भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों से एक आभासी विश्राम लिया।
लेकिन पिछले महीनों के दौरान उन्होंने फिर से भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू की और भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गईं। गुहा ने कहा,अगर मुख्यमंत्री अभी मुझे बुलाती हैं, तो भी मैं तृणमूल कांग्रेस में वापस नहीं जाऊंगी। मैं चोरों के गिरोह से जुड़ना नहीं चाहती।
अब देखना यह होगा कि गुहा भाजपा में अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर कैसा प्रदर्शन करती हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा के अनुसार चूंकि चार बार विधायक रह चुकीं गुहा पूरे दक्षिण 24 परगना जिले को जानती हैं, इसलिए पार्टी इस मामले में उनके अनुभव का इस्तेमाल करना चाहेगी।