नई दिल्ली, 26 जनवरी (आईएएनएस)। पुलिस ने 18,000 रुपये का कर्ज नहीं चुकाने पर 14 वर्षीय लड़के की हत्या की साजिश रचने वाले चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि कथित शूटर सहित तीन अन्य अभी भी फरार हैं। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा।
पुलिस ने जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान हर्षित, विक्रम, विपिन और पंकज के रूप में हुई है। आउटर नॉर्थ दिल्ली के डीसीपी देवेश कुमार महला ने कहा, शाहबाद डेयरी क्षेत्र में एक नाले में एक शव के बारे में 22 जनवरी को दो पीसीआर कॉल मिली। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम को ई ब्लॉक के पीछे नाले में एक नाबालिग का शव मिला
उन्होंने कहा कि शव को बाहर निकाला गया और अपराध टीम एवं फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की एक टीम को जांच करने के लिए बुलाया गया। मृतक के सिर पर चोट थी। अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान मृतक की पहचान का पता लगाने की कोशिश करते हुए, पुलिस ने शाहबाद डेयरी और आसपास के थानों में दर्ज अपहरण के मामलों की जांच की और मृतक 19 जनवरी को एक प्राथमिकी में दर्ज लापता लड़के के विवरण से मेल खाता पाया गया।
लड़के के माता-पिता को बुलाया गया और शव की पहचान उनके 14 वर्षीय बेटे मनजीत के रूप में हुई। मनजीत 8 जनवरी को लापता हो गया था। उसके माता-पिता ने 19 जनवरी को प्राथमिकी दर्ज की थी।
पुलिस ने पहले से दर्ज एफआईआर में आईपीसी की धारा 302 (हत्या की सजा) को जोड़ा और मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने कहा कि चार संदिग्धों हर्षित, विक्रम, विपिन और पंकज को पकड़ लिया गया। पूछताछ में पता चला कि हर्षित और विक्रम दोनों भाई बहन हैं और शाहबाद डेयरी इलाके में कपड़े की दुकान चलाते हैं।
डीसीपी ने आगे कहा कि मृतक उनकी दुकान से कपड़े खरीदता था और उसके लिए भुगतान नहीं करता था। उसने उनसे कुछ पैसे उधार भी लिए थे। कुल मिलाकर उन्हें 18,000 रुपये देने थे। जब भी वे अपने पैसे वापस मांगते थे, तो वह बहाने बनाता था और उन्हें झूठे मामले में फंसाने की धमकी भी देता था। इसके बाद, उन्होंने उसे खत्म करने का फैसला किया।
उन्होंने बताया कि 9 और 10 जनवरी की दरम्यानी रात चारों आरोपियों ने अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ मिलकर बदला लेने और उसकी हत्या करने की साजिश रची। अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए उन्होंने मंजीत को अपनी दुकान पर बुलाया।
जब आरोपियों ने अपने पैसे वापस मांगे, तो झगड़ा शुरू हो गया। एक आरोपी चेंटा के पास देसी पिस्तौल थी, उसने मंजीत पर गोली चला दी, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद आरोपियों ने ई ब्लॉक नाले पर शव को ठिकाने लगा दिया और खून से सने कपड़ों को सेक्टर 11 रोहिणी के पास एक नाले में फेंक दिया। डीसीपी ने कहा कि गोली चलाने वाले व्यक्ति सहित तीन अन्य आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है।
–आईएएनएस
एफजेड/एएनएम