बेंगलुरु, 15 मई (आईएएनएस)। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जहां कांग्रेस ने ऐतिहासिक जनादेश के साथ भाजपा और जद-एस को हरा दिया, वहीं पार्टी ने तुमकुर और मांड्या जिलों के जेडी-एस के गढ़ों में भी दमदार प्रदर्शन किया। उसने कुल 18 में से 13 सीटें जीतीं।
तुमकुर में 10 विधानसभा सीटें हैं, जबकि मांड्या जिले में आठ हैं।
तुमकुर जिले में कांग्रेस ने सात सीटें जीतीं, जबकि भाजपा ने दो और जद-एस ने एक सीट जीती।
तुमकुर के विधानसभा क्षेत्रों में चिकनायकनहल्ली, तिप्टूर, तुरुवेकेरे, तुमकुर शहर, तुमकुर ग्रामीण, कोराटागेरे, गुब्बी, सिरा, पावागढ़ा और मधुगिरी शामिल हैं।
इसी तरह मांड्या जिले में कांग्रेस ने छह सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि भाजपा को शून्य, जेडी-एस को एक सीट और सर्वोदय कर्नाटक पक्षा को एक सीट मिली।
मंड्या की आठ विधानसभाएं हैं, जिनके नाम मालवल्ली, मद्दुर, मेलुकोटे, मांड्या, श्रीरंगपट्टन, नागमंगला, कृष्णराजपेटे और कृष्णराजनगर हैं।
पार्टी ने जेडी-एस के गढ़ में जीत का श्रेय अपने राज्यसभा सांसद वोक्कालिगा नेता जी.सी. चंद्रशेखर को दिया।
पार्टी नेताओं के अनुसार, तुमकुर और मांड्या जिले की 13 सीटों पर जीत के पीछे वही शख्स हैं जो पिछले दो वर्षो से दो जिलों के प्रभारी के रूप में काम कर रहे हैं।
कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि चंद्रशेखर इन दो महत्वपूर्ण जिलों में वोक्कालिगा आधार को मजबूत करने में सक्षम थे।
पार्टी नेता ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा, उन्होंने टिकट की घोषणा के दौरान ही पार्टी नेतृत्व को विश्वास में लिया था और नेतृत्व से वादा किया था कि पार्टी जिले में संयुक्त रूप से कम से कम 10 सीटें जीतेगी।
पार्टी नेता ने बताया कि चंद्रशेखर, जो गंगटकर वोक्कालिगा जाति से हैं, वहीं एस.एम. कृष्णा और डी.के. शिवकुमार, इन दो जिलों में दो साल से अथक रूप से काम कर रहे थे, और पार्टी नेतृत्व के पूर्ण समर्थन के साथ टिकट वितरण के लिए उनका इनपुट महत्वपूर्ण था, भले ही पार्टी सर्वेक्षण उनकी इच्छाओं के विरुद्ध गया हो।
मांड्या में पार्टी ने 2018 के विधानसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं जीती थी, जबकि वह तुमकुर में केवल दो सीटें जीतने में सफल रही।
–आईएएनएस
एसजीके
बेंगलुरु, 15 मई (आईएएनएस)। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जहां कांग्रेस ने ऐतिहासिक जनादेश के साथ भाजपा और जद-एस को हरा दिया, वहीं पार्टी ने तुमकुर और मांड्या जिलों के जेडी-एस के गढ़ों में भी दमदार प्रदर्शन किया। उसने कुल 18 में से 13 सीटें जीतीं।
तुमकुर में 10 विधानसभा सीटें हैं, जबकि मांड्या जिले में आठ हैं।
तुमकुर जिले में कांग्रेस ने सात सीटें जीतीं, जबकि भाजपा ने दो और जद-एस ने एक सीट जीती।
तुमकुर के विधानसभा क्षेत्रों में चिकनायकनहल्ली, तिप्टूर, तुरुवेकेरे, तुमकुर शहर, तुमकुर ग्रामीण, कोराटागेरे, गुब्बी, सिरा, पावागढ़ा और मधुगिरी शामिल हैं।
इसी तरह मांड्या जिले में कांग्रेस ने छह सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि भाजपा को शून्य, जेडी-एस को एक सीट और सर्वोदय कर्नाटक पक्षा को एक सीट मिली।
मंड्या की आठ विधानसभाएं हैं, जिनके नाम मालवल्ली, मद्दुर, मेलुकोटे, मांड्या, श्रीरंगपट्टन, नागमंगला, कृष्णराजपेटे और कृष्णराजनगर हैं।
पार्टी ने जेडी-एस के गढ़ में जीत का श्रेय अपने राज्यसभा सांसद वोक्कालिगा नेता जी.सी. चंद्रशेखर को दिया।
पार्टी नेताओं के अनुसार, तुमकुर और मांड्या जिले की 13 सीटों पर जीत के पीछे वही शख्स हैं जो पिछले दो वर्षो से दो जिलों के प्रभारी के रूप में काम कर रहे हैं।
कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि चंद्रशेखर इन दो महत्वपूर्ण जिलों में वोक्कालिगा आधार को मजबूत करने में सक्षम थे।
पार्टी नेता ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा, उन्होंने टिकट की घोषणा के दौरान ही पार्टी नेतृत्व को विश्वास में लिया था और नेतृत्व से वादा किया था कि पार्टी जिले में संयुक्त रूप से कम से कम 10 सीटें जीतेगी।
पार्टी नेता ने बताया कि चंद्रशेखर, जो गंगटकर वोक्कालिगा जाति से हैं, वहीं एस.एम. कृष्णा और डी.के. शिवकुमार, इन दो जिलों में दो साल से अथक रूप से काम कर रहे थे, और पार्टी नेतृत्व के पूर्ण समर्थन के साथ टिकट वितरण के लिए उनका इनपुट महत्वपूर्ण था, भले ही पार्टी सर्वेक्षण उनकी इच्छाओं के विरुद्ध गया हो।
मांड्या में पार्टी ने 2018 के विधानसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं जीती थी, जबकि वह तुमकुर में केवल दो सीटें जीतने में सफल रही।
–आईएएनएस
एसजीके