बेंगलुरु, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के नेता और एमएलसी एन रवि कुमार कथित मुडा घोटाले मामले में राज्य सरकार की एसआईटी और लोकायुक्त पर भड़क गए। उन्होंने इन दोनों पर किसी भी मामले में कांग्रेसी नेताओं को क्लीन चिट देने और भाजपा के नेताओं पर एफआईआर और जेल भेजने का आरोप लगाया है।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “कर्नाटक में लोकायुक्त और राजनीतिक नीतियों पर चल रही बहस पर कुछ बातें स्पष्ट करना चाहता हूं। भाजपा और कांग्रेस दोनों की अपनी नीतियां हैं। हाल ही में, कर्नाटक में विकास निगम में 187 करोड़ के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, जिसमें आरोप है कि वह पैसा तेलंगाना को ट्रांसफर किया गया। इस मामले में एसआईटी ने संबंधित मंत्री को क्लीन चिट दी गई, जबकि उनकी भूमिका पर कोई भी जांच नहीं की गई।”
उन्होंने आगे कहा, “सिद्धारमैया की टीम पर विश्वास नहीं किया जा रहा है, और ऐसा लग रहा है कि जांच प्रक्रिया में पक्षपात हो रहा है। लोकायुक्त और एसआईटी सिद्धारमैया सरकार के सभी घोटालों को क्लीन चिट देने वाली संस्था है। इन दोनों के ऊपर कर्नाटक की जनता भरोसा नहीं करती। कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के लोगों ने एक नियम बना दिया है कि किसी भी मामले में एसआईटी और लोकायुक्त उन्हें क्लीन चिट देते है और भाजपा वालों पर एफआईआर और जेल भेजते हैं।”
उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता देख रही है कि किस तरह से कानूनों का दुरुपयोग हो रहा है। हमने देखा है कि हुबली में पुलिस पर पत्थरबाजी हुई और पुलिस की जीप को आग लगा दी। पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए। वहां आरोपियों को रिहा कर दिया गया। इस सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि यह भ्रष्टाचार और आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है। हमने कई बार कहा है कि हम इस सरकार के खिलाफ विरोध करेंगे, और हम सिद्धारमैया से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। कर्नाटक में जो हो रहा है, उसे लेकर जनता का आक्रोश बढ़ रहा है, और हमें उम्मीद है कि जल्द ही सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा। सिद्धारमैया और कांग्रेस सरकार की नीति ही भ्रष्टाचार और आतंकवाद को बढ़ावा देने की है। इसलिए हम इस सरकार का विरोध कर रहे हैं और मांग करते हैं कि सिद्धारमैया को इस्तीफा देना चाहिए।
–आईएएनएस
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