हावेरी (कर्नाटक), 3 जून (आईएएनएस)। कर्नाटक के हावेरी जिले में पुलिस की मनमानी के बाद शनिवार को एक युवक के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है।
पीड़ित की पहचान शिवमोग्गा जिले के चिक्कमगड़ी टांडा निवासी सुरेश नाइक के रूप में हुई है। उसने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा, इसमें इस कठोर कदम के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया।
इस बीच, सुरेश के परिवार का आरोप है कि उनके बेटे ने हनागल पुलिस द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कारण आत्महत्या कर ली।
सुरेश को उसके बड़े भाई मंजू से जुड़े एक मामले के सिलसिले में हिरासत में लिया गया था। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि मंजू एक विवाहित महिला को परेशान कर रहा था।
शिकायत के बाद मंजू फरार हो गया और पुलिस ने सुरेश को हिरासत में ले लिया। पीड़ित के पास एक कैब थी और वह बेंगलुरु में रहता था।
पुलिस ने कथित तौर पर चार दिन पहले उसकी कैब भी जब्त कर ली थी। हालांकि, पुलिस ने सुरेश को रिहा कर दिया, लेकिन उसकी कार को देने से मना कर दिया। पुलिस ने सुरेश से कहा था कि उसके भाई के मिलने के बाद ही कार को प्राप्त कर सकेगा।
पीड़ित डिप्रेशन में चला गई और जहर खा लिया, जिस वजह से उसकी मौत हो गई। सुरेश ने अपने सुसाइड नोट में अपनी मौत के लिए पुलिस और विवाहिता के परिजनों को जिम्मेदार ठहराया है।
पीड़ित ने कहा कि वह कर्ज में डूबा हुआ था और कैब चलाकर उसने पैसा कमाया और जो बकाया था उसका भुगतान किया।
–आईएएनएस
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