हावेरी (कर्नाटक), 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। कर्नाटक के हावेरी जिले में गुरुवार को एक 12 वर्षीय लड़का उफनते खुले नाले में बह गया। मृतक की पहचान हावेरी निवासी निवेदित बसवराज के रूप में हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार, लड़का सड़क पर बहते पानी को देखने के लिए बाहर गया था और यह नहीं जान पाया कि वहां एक खुला नाला है। उसका पैर फिसला और नाले में बह गया। यह घटना एसपी कार्यालय के सामने हुई।
अधिकारियों ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। घटना की खबर सुनकर पीड़ित की मां की तबीयत बिगड़ गई। महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया गया है।
डिप्टी कमिश्नर विजय महंतेश और पुलिस अधीक्षक अंशु कुमार श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गए हैं और स्थिति पर नजर रख रहे हैं। नगर निगम के अधिकारियों, अग्निशमन बल और आपातकालीन सेवाओं के कर्मियों ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। पानी बहुत तेजी से बह रहा है, इसलिए अधिकारियों के लिए तलाशी अभियान चुनौतीपूर्ण हो गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भारी बारिश और दुखद घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “भारी बारिश के कारण हावेरी जिले में काफी नुकसान हुआ है। घरों में पानी घुस गया है और एक बच्चा नाले में बह गया, जिससे उसकी दुखद मौत हो गई।”
बसवराज बोम्मई ने सरकार से बच्चे के परिवार को मुआवजा देने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि सभी तालुकों में फसलें नष्ट हो गई हैं। राज्य सरकार को तत्काल फसल सर्वेक्षण कराना चाहिए और किसानों को मुआवजा प्रदान करना चाहिए।
इसके अलावा बोम्मई ने कहा कि लगातार बारिश के कारण घर ढह गए हैं। जिन लोगों के घर गिर गए हैं, उनके लिए तत्काल राहत राशि जारी की जानी चाहिए। उन्होंने सरकार से प्रभावित लोगों के लिए राहत केंद्र खोलने और उनके लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया। उन्होंने ग्रामीण विकास और पंचायती राज (आरडीपीआर) और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को गांवों में जहां भी सड़कें बह गई हैं उनकी मरम्मत के लिए निर्देश देने का भी आह्वान किया है।
बोम्मई ने बताया कि उन्होंने हावेरी जिला कलेक्टर से फोन पर बात की है और उन्हें पूरा भरोसा है कि तत्काल कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सूखे के दौरान किसानों को कोई राहत न देने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की और उनसे किसानों को बिना देरी किए फसल नुकसान का मुआवजा देने का आग्रह किया।
उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्दारमैया से हावेरी में बाढ़ की स्थिति पर तत्काल ध्यान देने तथा जिला कलेक्टर को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (एनडीआरएफ) से फंड जारी करने का निर्देश देने का आग्रह किया है।
–आईएएनएस
एफजेड/