पटना, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर में हाल ही में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले को लेकर बिहार के राजनीतिक गलियारों से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। राज्य के सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने समस्तीपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए इस घटना को “जघन्य अपराध” करार दिया और साफ कहा कि ऐसे लोगों को “चुन-चुनकर मौत के घाट उतार दिया जाएगा”।
प्रेम कुमार ने कहा कि जिस तरह पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया था, उसी तरह इस बार भी आतंकियों को करारा जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा, “कश्मीर में शांति बहाल हो चुकी थी, लेकिन पाकिस्तान के इशारे पर दोबारा अशांति फैलाने की कोशिश की जा रही है। एक भी आतंकी नहीं बचेगा। जहां भी छिपे होंगे, उन्हें गोली से उड़ा दिया जाएगा।”
उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है और लगातार बैठकों का दौर जारी है और सर्वदलीय बैठक भी की गई है। जल्द ही इसके परिणाम सामने आएंगे।
इसी मुद्दे पर बिहार के राज्यपाल डॉ. आरिफ मोहम्मद खान ने भी कड़ा बयान दिया। कैमूर जिले के मोहनिया प्रखंड के बघिनी में एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे राज्यपाल ने कहा, “यह मानवता के खिलाफ अपराध है और यह हमारे साथ पहली बार नहीं हो रहा। कई दशकों से यह सिलसिला चला आ रहा है। इस वक्त देश में एक ऐसा माहौल बन चुका है कि ‘अब पानी सिर से ऊपर’ जा चुका है।”
उन्होंने कहा, “अब वक्त है कि हम प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार को यह अहसास दिलाएं कि हम सब उनके साथ खड़े हैं। इसका अंत होना चाहिए।”
ज्ञान, शांति और करुणा की भूमि बोधगया में भी आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष पर्यटकों की आत्मा की शांति और विश्व में अमन-चैन की कामना के लिए विशेष पूजा-अर्चना और प्रार्थना आयोजित की गई। महाबोधि महाविहार के पवित्र परिसर में आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा में बौद्ध परंपरा के अनुसार मंत्रोच्चार, दीप प्रज्वलन और ध्यान का आयोजन हुआ, जिसने पूरे वातावरण को शांति और करुणा से भर दिया।
–आईएएनएस
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