नई दिल्ली, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को भ्रम और झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा है कि देश की जनता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी पर भरोसा है।
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि चार पीढ़ियों तक देश में लंबे समय तक राज करने वाली कांग्रेस अब दावा कर रही है कि वो चमत्कार कर देगी। कांग्रेस आज ऐसे-ऐसे वादे कर रही है, जो काम उसने न केंद्र की सत्ता में रहते हुए किया और न ही विभिन्न राज्यों की सत्ता में रहते हुए किया।
भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र के नाम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र का नाम ‘न्याय पत्र’ रखा है और इसका मतलब यह है कि इन्होंने मान लिया है कि 55 साल तक इन्होंने अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस ने भारत के युवाओं की क्षमता के साथ कभी न्याय नहीं किया, भारत की आर्थिक क्षमता, औद्योगिक क्षमता, सैन्य क्षमता और सुरक्षा के साथ न्याय नहीं किया, जिस कांग्रेस ने भारत के सांस्कृतिक गौरव और सामाजिक समरसता के साथ कभी न्याय नहीं किया, आज वही कांग्रेस न्याय की बात कर रही है।
कांग्रेस के घोषणा पत्र में विदेश की फोटो लगी होने की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में वाटर मैनेजमेंट पर जो फोटो दी गई है, वो न्यूयॉर्क की बफैलो नदी की फोटो है। पर्यावरण की सफाई वाले पेज पर जो फोटो लगाई गई है, वो थाईलैंड की है। उन्होंने कहा कि हकीकत और झूठ का अंतर बिल्कुल साफ है। कांग्रेस पहले विदेश में जाकर प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करती थी, पीएम मोदी के खिलाफ लड़ाई में विदेश जाकर समर्थन मांगती थी और अब घोषणा पत्र में भी विदेश की ही फोटो लगा रही है।
उन्होने कहा कि जैसे-जैसे भारत में साक्षरता दर बढ़ी, कांग्रेस का झूठ बेनकाब होता गया। जब देश में साक्षरता दर 50 प्रतिशत से अधिक हुई तो 1998 में पहली बार भाजपा की सरकार बनी और अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने। जब देश में साक्षरता की दर 60 प्रतिशत पार हुई तो 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनी और अब साक्षरता दर 75 प्रतिशत को पार कर रही है तो एनडीए भी 400 के पार जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारों की तुलना में एनडीए गठबंधन सरकार के कार्यकाल में विकास दर सबसे ज्यादा और महंगाई की दर सबसे कम रही है।
–आईएएनएस
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