नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)। वक्फ बोर्ड विधेयक को लेकर कांग्रेस नेता व राज्यसभा सांसद नसीर हुसैन ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान अपनी बात रखी।
उन्होंने कहा, “यह विधेयक संविधान के प्रावधानों के खिलाफ है। यह बिल मुसलमानों के विरोध में माहौल पैदा करने के मकसद से लाया गया है। इसके जरिए लोगों के बीच में गलत आंकड़े पेश करने का प्रयास किया जा रहा है, जो कि किसी भी मायने में उचित नहीं है। इस बिल से वक्फ बोर्ड के पावर में कमी आएगी और जो लोग बार-बार यह दावा कर रहे हैं कि यह कदम मुस्लिमों के हितों के लिए कर रहे हैं, तो ऐसे लोगों से मैं कहना चाहता हूं कि अगर आपको मुस्लिमों की इतनी ही चिंता है, तो पिछले कई साल पहले बनाई गई केंद्रीय वक्फ बोर्ड को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया जाए। तब हमें पता लगेगा कि आप मुस्लिमों के हितों के बारे में सोचते हैं। आपको मुस्लिमों के हितों से कोई लेना देना है।”
हुसैन ने आगे कहा, “सेंट्रल वक्फ बोर्ड की तनख्वाह भी पिछले कई महीनों से नहीं मिली है, तो मैं कहना चाहूंगा कि पहले सरकार इन लोगों को समय पर वेतन देने का बंदोबस्त करे। इसके अलावा, मुस्लिमों के शिक्षा और स्वास्थ्य के हितों पर केंद्रित कदम उठाए। इस तरह के बिल लाने से कुछ होने वाला नहीं है। ऐस करके आप लोग मुस्लिमों को संदेह के दायरे में लाने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे आपको कोई फायदा होने वाला नहीं है। आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए वोटर्स के ध्रुवीकरण करने के मकसद से इस तरह के बिल लाए जा रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे इस बारे में ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है। जनता जानती है कि आखिर ये लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं। क्यों ये लोग ऐसा बिल ला रहे हैं। लेकिन मैं इन लोगों से एक बात कहना चाहता हूं कि इन्हें इससे कोई खास फायदा होने वाला नहीं है। लोकसभा चुनाव से भी ज्यादा बड़ा झटका इन लोगों को आगामी विधानसभा चुनाव में मिलेगा। ऐसे में मेरा उन लोगों को यही सुझाव है कि ये लोग ऐसा करने से बचें।”
–आईएएनएस
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