गुवाहाटी, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। असम के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आरोप लगाया है कि असम में लोगों की परेशानियों के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग ऐसे लोगोें को वोट नहीं देंगे, जिनके पास उनके विकास के लिए कोई विजन न हो, जिन्होंने उनके राज्य को उग्रवाद में धकेला हो।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य दोनों में सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस उग्रवाद को रोकन में विफल रही।
आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में, केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने कहा, “हर किसी को याद है कि असम आंदोलन के बाद कांग्रेस ने लोगों को कैसे धोखा दिया, कैसे वह उग्रवाद को नियंत्रित करने में विफल रही, कैसे वर्षों तक असम के युवक-युवतियां मारे जाते रहे।”
उन्होंने कहा, “हमें लोगों का सम्मान करना चाहिए और पांच वर्षों के लिए एक विजन पेश करना चाहिए। लोग ऐसे लोगों को वोट नहीं देंगे, जिनके पास कोई विजन न हो।”
2014 में केंद्रीय मंत्री सोनोवाल लखीमपुर संसदीय सीट से लोकसभा के लिए चुने गए थे। इस बार वह डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैंं।
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, लोग देश के विकास के साथ-साथ सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का कुशल कार्यान्वयन भी चाहते हैं, ताकि उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके।
उन्होंने कहा, “छह दशकों तक, कांग्रेस सरकार ने अपने कुशासन से लोगों को धोखा दिया है। भाजपा नेता ने कहा कि 2014 के बाद से, असम के लोगों ने पहली बार देखा है कि अगर इरादे सही हों, तो विकास कैसे संभव है और कैसे मोदी जी ने इसे उनके दरवाजे तक पहुंचाया है।”
सोनोवाल ने कहा, ”सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के अलावा, लखीमपुर और डिब्रूगढ़ को बोगीबील पुल से जोड़ा गया। यह इंजीनियरिंग का एक चमत्कार है। कांग्रेस सरकार ने दशकों तक इसकी उपेक्षा की।”
उन्होंने कहा, “इस तरह नरेंद्र मोदी सरकार के एक दशक के सुशासन ने लोगों की धारणा बदल दी है।”
केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने यह भी दावा किया कि लोकसभा चुनाव में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग बीजेपी को वोट देंगे।
उन्होंने कहा,” लोककल्याण के दौरान भाजपा किसी के साथ भेदभाव नहीं करती। योजनाओं का लाभ हर नागरिक तक पहुंचता है। ऐसे में ‘मुस्लिम समुदाय के लोग मजबूती से मोदी जी के साथ खड़े हैं।”
भाजपा नेता ने कहा,“देश के लोग नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लोगों के जीवन को बेहतर बनाने, आधुनिकीकरण करने और सभी की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों मेंं सुधार करने के लिए पीएम मोदी के साथ खड़े हैं। “
सर्बानंद सोनोवाल 2016-21 के दौरान असम के मुख्यमंत्री थे और बाद में वह केंद्रीय राजनीति में चले गए और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हिमंत बिस्वा सरमा को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह राज्य की राजनीति में लौटने का इरादा रखते हैं, केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने कहा, “मैंने राज्य की राजनीति कभी नहीं छोड़ी। यह मेरा घर है, यहीं मैं बड़ा हुआ हूं। मेरी राजनीतिक यात्रा असम में शुरू हुई और मैं वर्तमान में राज्य के लोगों का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं।”
उन्होंने कहा, “मेरा दायित्व बदल सकता है, लेकिन डिब्रूगढ़ और असम के लोगों के कल्याण के प्रति मैं प्रतिबद्ध हूं।”
–आईएएनएस
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