deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

कांग्रेस ने की चुशूल 1962 युद्ध स्मारक के विध्वंस के लिए भाजपा की आलोचना

by
December 28, 2023
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

READ ALSO

युद्ध की चिंता में तनाव का शिकार हो रहे लोग

सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट आज जारी हो सकता हैं

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चुशुल के रेजांग ला में एक स्मारक स्थल को तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, जहां 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह शहीद हुए थे।

रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि यह कृत्य मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के सभी शहीद नायकों की स्मृति का बड़ा अपमान है।

रमेश के अनुसार, यह घटना इस बात का और सबूत देती है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए बफर जोन पहले से भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र का अतिक्रमण कर रहे हैं, जिसे उन्होंने “सबसे शर्मनाक रियायत” माना।

रमेश ने एक्स पर लिखा,“महान मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में 13 कुमाऊं की सी कंपनी द्वारा रेजांग ला की रक्षा, भारतीय युद्ध इतिहास के सबसे ऐतिहासिक प्रसंगों में से एक है। सी कंपनी के 114 वीर जवानों ने बड़ी संख्या में चीनियों (पांच को जीवित पकड़ लिया गया) के खिलाफ आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लड़ाई लड़ी और चुशुल हवाई अड्डे का सफलतापूर्वक बचाव करके लद्दाख को बचाया। ऐसा माना जाता है कि रेजांग ला ने 1962 के युद्ध में चीनियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया था। मेजर सिंह को भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जबकि उनकी कंपनी के अन्य लोगों को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक दिए गए।”

राज्यसभा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने खुलासा किया है कि जिस स्थान पर मेजर सिंह शहीद हुए थे, जहां स्मारक बनाया गया था, उसे नष्ट कर दिया गयाा, क्योंकि 2021 में चीन के साथ बातचीत के भारत ने इसे बफर जोन में मान लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,“यह मेजर सिंह और चार्ली कंपनी के शहीद नायकों की स्मृति का बहुत बड़ा अपमान है। भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र को बफर जोन मानना शर्मनाक रियायत है।”

भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चार साल तक, मोदी सरकार ने अपने डीडीएलजे दृष्टिकोण: इनकार, ध्यान भटकाना, झूठ और औचित्य: के साथ भारत के लिए छह दशकों में सबसे खराब क्षेत्रीय झटके को कवर करने की कोशिश की है। मई 2020 से, चीनी सैनिक भारतीय गश्ती दल को रणनीतिक डेपसांग मैदानों, डेमचोक और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों तक पहुंच से वंचित करना जारी रख रहे हैं।

रमेश ने कहा,“2017 में डोकलाम में भारतीय जीत के खोखले दावों के बावजूद, चीन ने पिछले छह वर्षों में भूटानी क्षेत्र पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है, इससे भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है, के लिए खतरा बढ़ गया है। चीन समझता है कि यदि प्रधानमंत्री को पीआर सफलताओं का दावा करने की अनुमति दी जाती है, तो वह चीनी सलामी स्लाइसिंग रणनीति को जमीन देना जारी रखेंगे और वह देश से यह कहकर झूठ बोलना जारी रखेंगे कि “ना कोई हमारी सीमा में घुस आया है, ना ही कोई घुसा हुआ है।”

ट्वीट में कहा गया, “यह भारत के लोगों को सच्चाई बताने और यह समझाने का समय है कि लद्दाख में यथास्थिति कैसे और कब बहाल होगी।”

–आईएएनएस

सीबीटी

Related Posts

युद्ध की चिंता में तनाव का शिकार हो रहे लोग
जबलपुर

युद्ध की चिंता में तनाव का शिकार हो रहे लोग

May 13, 2025
सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट
जबलपुर

सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट आज जारी हो सकता हैं

May 13, 2025
अमृतसर में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत
ताज़ा समाचार

अमृतसर में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत, 6 गंभीर

May 13, 2025
ताज़ा समाचार

तुर्की रूस-यूक्रेन शांति वार्ता को हर कदम पर समर्थन देने के लिए तैयार : राष्ट्रपति एर्दोगन

May 13, 2025
ताज़ा समाचार

महाराष्ट्र के वाशिम में तनाव, दो पक्षों के बीच पथराव में कई लोग घायल

May 13, 2025
अर्थजगत

भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुला

May 13, 2025
Next Post

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की चार्जशीट में प्रियंका गांधी का नाम

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

यूक्रेनी और जर्मन राष्ट्रपति ने रक्षा मुद्दों पर की चर्चा

यूक्रेनी और जर्मन राष्ट्रपति ने रक्षा मुद्दों पर की चर्चा

January 18, 2023
‘जुनूनियत’ में बंदूक वाले सीन की शूटिंग पर बोले गौतम सिंह, ‘रिवॉल्वर चलाना पार्क में टहलने जैसा नहीं है’

‘जुनूनियत’ में बंदूक वाले सीन की शूटिंग पर बोले गौतम सिंह, ‘रिवॉल्वर चलाना पार्क में टहलने जैसा नहीं है’

August 30, 2023

आयुष्मान योजना बन रही है सफेद हाथी : कमलनाथ

December 12, 2024
दिन भर की मशक्कत के बाद इमरान खान के खिलाफ वारंट रद्द

दिन भर की मशक्कत के बाद इमरान खान के खिलाफ वारंट रद्द

March 18, 2023
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

081094
Total views : 5872367
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Notifications