deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home Today's Special News

कांग्रेस ने झारखंड सम्मेद शिखरजी विवाद के लिए केंद्र को ठहराया जिम्मेदार

by
January 5, 2023
in Today's Special News, अभिमत, इंदौर, उज्जैन, खेल, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, जानकारी, तकनीकी, ताज़ा समाचार, नर्मदापुरम, ब्लॉग, भोपाल, मनोरंजन, रीवा, लाइफ स्टाइल, विचार, शहडोल, सागर
0
कांग्रेस ने झारखंड सम्मेद शिखरजी विवाद के लिए केंद्र को ठहराया जिम्मेदार
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 जनवरी (आईएएनएस)। झारखंड में धार्मिक स्थल सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ जैन समुदाय के विरोध के बाद कांग्रेस ने कहा है कि इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, जिसने इसे पर्यटन स्थल में बदल दिया।

गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष पवन खेड़ा और पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा, झारखंड की पिछली भाजपा सरकार और मोदी सरकार ने संयुक्त रूप से गिरिडीह को 20 जैन तीथर्ंकरों की निर्वाण भूमि (मोक्ष स्थल) घोषित किया और जैन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल – सम्मेद शिखरजी और पारसनाथ पहाड़ी को एक पर्यटन स्थल में बदलने का फैसला किया।

READ ALSO

आपदा प्रभावित क्षेत्रों को दोबारा स्‍थापित करने में हर संभव मदद कर रही केंद्र सरकार: एलजी मनोज सिन्हा

बरेली : मौलाना तौकीर के करीबी नदीम खान के साथ-साथ 28 अभियुक्त गिरफ्तार

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी सम्मेद शिखरजी, पालिताना की शत्रुंजय पहाड़ियों, गिरनार पर्वत जैसे जैन धर्म के पवित्र तीर्थस्थलों को सरकारी खजाने को भरने का माध्यम बनाना चाहती है!

खेड़ा ने कहा, कांग्रेस पार्टी भारत के संविधान के तहत सभी धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, जैन धर्म, 2,500 साल पुराना धर्म, हालांकि जनसंख्या में छोटा है, लेकिन इसने भारत की आर्थिक प्रगति में बहुत योगदान दिया है। ऐसा कहा जाता है कि जैन समुदाय के सिद्धांतों ने महात्मा गांधी की अहिंसा और सत्याग्रह को प्रेरित किया। आज भाजपा -आरएसएस ने उनके साथ विश्वासघात किया है और उनकी भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है।

गौरतलब है कि देश भर से जैन समाज के लोग आंदोलित हैं। कई शहरों में लाखों लोग शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि इको सेंसिटिव जोन (ईएसजेड) घोषित करने का मतलब यह नहीं है कि वहां पर्यटन क्षेत्र का विकास नहीं हो सकता। इसे विकसित किया जा सकता है और होटल, रिसॉर्ट, हेलीपैड, थीम पार्क, पर्यटक स्वागत केंद्र आदि बनाने के भाजपा के अवैध इरादों को फलीभूत किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, पिछले तीन सालों से कांग्रेस-जेएमएम की झारखंड की यूपीए सरकार ने पारसनाथ पहाड़ी और शिखरजी पर ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है जिससे इसकी पवित्रता या जैन समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे, हालांकि नीतिगत रूप से राज्य सरकार संघ द्वारा बाध्य है।

गौरतलब है कि जैन समुदाय के लोग झारखंड में उनके धार्मिक मंदिर सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ देश भर में विरोध कर रहे हैं। उन्हें डर है कि इससे जगह की पवित्रता को ठेस पहुंचेगी।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 जनवरी (आईएएनएस)। झारखंड में धार्मिक स्थल सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ जैन समुदाय के विरोध के बाद कांग्रेस ने कहा है कि इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, जिसने इसे पर्यटन स्थल में बदल दिया।

गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष पवन खेड़ा और पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा, झारखंड की पिछली भाजपा सरकार और मोदी सरकार ने संयुक्त रूप से गिरिडीह को 20 जैन तीथर्ंकरों की निर्वाण भूमि (मोक्ष स्थल) घोषित किया और जैन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल – सम्मेद शिखरजी और पारसनाथ पहाड़ी को एक पर्यटन स्थल में बदलने का फैसला किया।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी सम्मेद शिखरजी, पालिताना की शत्रुंजय पहाड़ियों, गिरनार पर्वत जैसे जैन धर्म के पवित्र तीर्थस्थलों को सरकारी खजाने को भरने का माध्यम बनाना चाहती है!

खेड़ा ने कहा, कांग्रेस पार्टी भारत के संविधान के तहत सभी धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, जैन धर्म, 2,500 साल पुराना धर्म, हालांकि जनसंख्या में छोटा है, लेकिन इसने भारत की आर्थिक प्रगति में बहुत योगदान दिया है। ऐसा कहा जाता है कि जैन समुदाय के सिद्धांतों ने महात्मा गांधी की अहिंसा और सत्याग्रह को प्रेरित किया। आज भाजपा -आरएसएस ने उनके साथ विश्वासघात किया है और उनकी भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है।

गौरतलब है कि देश भर से जैन समाज के लोग आंदोलित हैं। कई शहरों में लाखों लोग शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि इको सेंसिटिव जोन (ईएसजेड) घोषित करने का मतलब यह नहीं है कि वहां पर्यटन क्षेत्र का विकास नहीं हो सकता। इसे विकसित किया जा सकता है और होटल, रिसॉर्ट, हेलीपैड, थीम पार्क, पर्यटक स्वागत केंद्र आदि बनाने के भाजपा के अवैध इरादों को फलीभूत किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, पिछले तीन सालों से कांग्रेस-जेएमएम की झारखंड की यूपीए सरकार ने पारसनाथ पहाड़ी और शिखरजी पर ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है जिससे इसकी पवित्रता या जैन समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे, हालांकि नीतिगत रूप से राज्य सरकार संघ द्वारा बाध्य है।

गौरतलब है कि जैन समुदाय के लोग झारखंड में उनके धार्मिक मंदिर सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ देश भर में विरोध कर रहे हैं। उन्हें डर है कि इससे जगह की पवित्रता को ठेस पहुंचेगी।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 जनवरी (आईएएनएस)। झारखंड में धार्मिक स्थल सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ जैन समुदाय के विरोध के बाद कांग्रेस ने कहा है कि इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, जिसने इसे पर्यटन स्थल में बदल दिया।

गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष पवन खेड़ा और पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा, झारखंड की पिछली भाजपा सरकार और मोदी सरकार ने संयुक्त रूप से गिरिडीह को 20 जैन तीथर्ंकरों की निर्वाण भूमि (मोक्ष स्थल) घोषित किया और जैन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल – सम्मेद शिखरजी और पारसनाथ पहाड़ी को एक पर्यटन स्थल में बदलने का फैसला किया।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी सम्मेद शिखरजी, पालिताना की शत्रुंजय पहाड़ियों, गिरनार पर्वत जैसे जैन धर्म के पवित्र तीर्थस्थलों को सरकारी खजाने को भरने का माध्यम बनाना चाहती है!

खेड़ा ने कहा, कांग्रेस पार्टी भारत के संविधान के तहत सभी धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, जैन धर्म, 2,500 साल पुराना धर्म, हालांकि जनसंख्या में छोटा है, लेकिन इसने भारत की आर्थिक प्रगति में बहुत योगदान दिया है। ऐसा कहा जाता है कि जैन समुदाय के सिद्धांतों ने महात्मा गांधी की अहिंसा और सत्याग्रह को प्रेरित किया। आज भाजपा -आरएसएस ने उनके साथ विश्वासघात किया है और उनकी भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है।

गौरतलब है कि देश भर से जैन समाज के लोग आंदोलित हैं। कई शहरों में लाखों लोग शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि इको सेंसिटिव जोन (ईएसजेड) घोषित करने का मतलब यह नहीं है कि वहां पर्यटन क्षेत्र का विकास नहीं हो सकता। इसे विकसित किया जा सकता है और होटल, रिसॉर्ट, हेलीपैड, थीम पार्क, पर्यटक स्वागत केंद्र आदि बनाने के भाजपा के अवैध इरादों को फलीभूत किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, पिछले तीन सालों से कांग्रेस-जेएमएम की झारखंड की यूपीए सरकार ने पारसनाथ पहाड़ी और शिखरजी पर ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है जिससे इसकी पवित्रता या जैन समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे, हालांकि नीतिगत रूप से राज्य सरकार संघ द्वारा बाध्य है।

गौरतलब है कि जैन समुदाय के लोग झारखंड में उनके धार्मिक मंदिर सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ देश भर में विरोध कर रहे हैं। उन्हें डर है कि इससे जगह की पवित्रता को ठेस पहुंचेगी।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 जनवरी (आईएएनएस)। झारखंड में धार्मिक स्थल सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ जैन समुदाय के विरोध के बाद कांग्रेस ने कहा है कि इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, जिसने इसे पर्यटन स्थल में बदल दिया।

गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष पवन खेड़ा और पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा, झारखंड की पिछली भाजपा सरकार और मोदी सरकार ने संयुक्त रूप से गिरिडीह को 20 जैन तीथर्ंकरों की निर्वाण भूमि (मोक्ष स्थल) घोषित किया और जैन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल – सम्मेद शिखरजी और पारसनाथ पहाड़ी को एक पर्यटन स्थल में बदलने का फैसला किया।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी सम्मेद शिखरजी, पालिताना की शत्रुंजय पहाड़ियों, गिरनार पर्वत जैसे जैन धर्म के पवित्र तीर्थस्थलों को सरकारी खजाने को भरने का माध्यम बनाना चाहती है!

खेड़ा ने कहा, कांग्रेस पार्टी भारत के संविधान के तहत सभी धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, जैन धर्म, 2,500 साल पुराना धर्म, हालांकि जनसंख्या में छोटा है, लेकिन इसने भारत की आर्थिक प्रगति में बहुत योगदान दिया है। ऐसा कहा जाता है कि जैन समुदाय के सिद्धांतों ने महात्मा गांधी की अहिंसा और सत्याग्रह को प्रेरित किया। आज भाजपा -आरएसएस ने उनके साथ विश्वासघात किया है और उनकी भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है।

गौरतलब है कि देश भर से जैन समाज के लोग आंदोलित हैं। कई शहरों में लाखों लोग शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि इको सेंसिटिव जोन (ईएसजेड) घोषित करने का मतलब यह नहीं है कि वहां पर्यटन क्षेत्र का विकास नहीं हो सकता। इसे विकसित किया जा सकता है और होटल, रिसॉर्ट, हेलीपैड, थीम पार्क, पर्यटक स्वागत केंद्र आदि बनाने के भाजपा के अवैध इरादों को फलीभूत किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, पिछले तीन सालों से कांग्रेस-जेएमएम की झारखंड की यूपीए सरकार ने पारसनाथ पहाड़ी और शिखरजी पर ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है जिससे इसकी पवित्रता या जैन समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे, हालांकि नीतिगत रूप से राज्य सरकार संघ द्वारा बाध्य है।

गौरतलब है कि जैन समुदाय के लोग झारखंड में उनके धार्मिक मंदिर सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ देश भर में विरोध कर रहे हैं। उन्हें डर है कि इससे जगह की पवित्रता को ठेस पहुंचेगी।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 जनवरी (आईएएनएस)। झारखंड में धार्मिक स्थल सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ जैन समुदाय के विरोध के बाद कांग्रेस ने कहा है कि इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, जिसने इसे पर्यटन स्थल में बदल दिया।

गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष पवन खेड़ा और पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा, झारखंड की पिछली भाजपा सरकार और मोदी सरकार ने संयुक्त रूप से गिरिडीह को 20 जैन तीथर्ंकरों की निर्वाण भूमि (मोक्ष स्थल) घोषित किया और जैन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल – सम्मेद शिखरजी और पारसनाथ पहाड़ी को एक पर्यटन स्थल में बदलने का फैसला किया।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी सम्मेद शिखरजी, पालिताना की शत्रुंजय पहाड़ियों, गिरनार पर्वत जैसे जैन धर्म के पवित्र तीर्थस्थलों को सरकारी खजाने को भरने का माध्यम बनाना चाहती है!

खेड़ा ने कहा, कांग्रेस पार्टी भारत के संविधान के तहत सभी धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, जैन धर्म, 2,500 साल पुराना धर्म, हालांकि जनसंख्या में छोटा है, लेकिन इसने भारत की आर्थिक प्रगति में बहुत योगदान दिया है। ऐसा कहा जाता है कि जैन समुदाय के सिद्धांतों ने महात्मा गांधी की अहिंसा और सत्याग्रह को प्रेरित किया। आज भाजपा -आरएसएस ने उनके साथ विश्वासघात किया है और उनकी भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है।

गौरतलब है कि देश भर से जैन समाज के लोग आंदोलित हैं। कई शहरों में लाखों लोग शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि इको सेंसिटिव जोन (ईएसजेड) घोषित करने का मतलब यह नहीं है कि वहां पर्यटन क्षेत्र का विकास नहीं हो सकता। इसे विकसित किया जा सकता है और होटल, रिसॉर्ट, हेलीपैड, थीम पार्क, पर्यटक स्वागत केंद्र आदि बनाने के भाजपा के अवैध इरादों को फलीभूत किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, पिछले तीन सालों से कांग्रेस-जेएमएम की झारखंड की यूपीए सरकार ने पारसनाथ पहाड़ी और शिखरजी पर ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है जिससे इसकी पवित्रता या जैन समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे, हालांकि नीतिगत रूप से राज्य सरकार संघ द्वारा बाध्य है।

गौरतलब है कि जैन समुदाय के लोग झारखंड में उनके धार्मिक मंदिर सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ देश भर में विरोध कर रहे हैं। उन्हें डर है कि इससे जगह की पवित्रता को ठेस पहुंचेगी।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 जनवरी (आईएएनएस)। झारखंड में धार्मिक स्थल सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ जैन समुदाय के विरोध के बाद कांग्रेस ने कहा है कि इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, जिसने इसे पर्यटन स्थल में बदल दिया।

गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष पवन खेड़ा और पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा, झारखंड की पिछली भाजपा सरकार और मोदी सरकार ने संयुक्त रूप से गिरिडीह को 20 जैन तीथर्ंकरों की निर्वाण भूमि (मोक्ष स्थल) घोषित किया और जैन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल – सम्मेद शिखरजी और पारसनाथ पहाड़ी को एक पर्यटन स्थल में बदलने का फैसला किया।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी सम्मेद शिखरजी, पालिताना की शत्रुंजय पहाड़ियों, गिरनार पर्वत जैसे जैन धर्म के पवित्र तीर्थस्थलों को सरकारी खजाने को भरने का माध्यम बनाना चाहती है!

खेड़ा ने कहा, कांग्रेस पार्टी भारत के संविधान के तहत सभी धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, जैन धर्म, 2,500 साल पुराना धर्म, हालांकि जनसंख्या में छोटा है, लेकिन इसने भारत की आर्थिक प्रगति में बहुत योगदान दिया है। ऐसा कहा जाता है कि जैन समुदाय के सिद्धांतों ने महात्मा गांधी की अहिंसा और सत्याग्रह को प्रेरित किया। आज भाजपा -आरएसएस ने उनके साथ विश्वासघात किया है और उनकी भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है।

गौरतलब है कि देश भर से जैन समाज के लोग आंदोलित हैं। कई शहरों में लाखों लोग शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि इको सेंसिटिव जोन (ईएसजेड) घोषित करने का मतलब यह नहीं है कि वहां पर्यटन क्षेत्र का विकास नहीं हो सकता। इसे विकसित किया जा सकता है और होटल, रिसॉर्ट, हेलीपैड, थीम पार्क, पर्यटक स्वागत केंद्र आदि बनाने के भाजपा के अवैध इरादों को फलीभूत किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, पिछले तीन सालों से कांग्रेस-जेएमएम की झारखंड की यूपीए सरकार ने पारसनाथ पहाड़ी और शिखरजी पर ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है जिससे इसकी पवित्रता या जैन समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे, हालांकि नीतिगत रूप से राज्य सरकार संघ द्वारा बाध्य है।

गौरतलब है कि जैन समुदाय के लोग झारखंड में उनके धार्मिक मंदिर सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ देश भर में विरोध कर रहे हैं। उन्हें डर है कि इससे जगह की पवित्रता को ठेस पहुंचेगी।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 जनवरी (आईएएनएस)। झारखंड में धार्मिक स्थल सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ जैन समुदाय के विरोध के बाद कांग्रेस ने कहा है कि इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, जिसने इसे पर्यटन स्थल में बदल दिया।

गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष पवन खेड़ा और पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा, झारखंड की पिछली भाजपा सरकार और मोदी सरकार ने संयुक्त रूप से गिरिडीह को 20 जैन तीथर्ंकरों की निर्वाण भूमि (मोक्ष स्थल) घोषित किया और जैन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल – सम्मेद शिखरजी और पारसनाथ पहाड़ी को एक पर्यटन स्थल में बदलने का फैसला किया।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी सम्मेद शिखरजी, पालिताना की शत्रुंजय पहाड़ियों, गिरनार पर्वत जैसे जैन धर्म के पवित्र तीर्थस्थलों को सरकारी खजाने को भरने का माध्यम बनाना चाहती है!

खेड़ा ने कहा, कांग्रेस पार्टी भारत के संविधान के तहत सभी धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, जैन धर्म, 2,500 साल पुराना धर्म, हालांकि जनसंख्या में छोटा है, लेकिन इसने भारत की आर्थिक प्रगति में बहुत योगदान दिया है। ऐसा कहा जाता है कि जैन समुदाय के सिद्धांतों ने महात्मा गांधी की अहिंसा और सत्याग्रह को प्रेरित किया। आज भाजपा -आरएसएस ने उनके साथ विश्वासघात किया है और उनकी भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है।

गौरतलब है कि देश भर से जैन समाज के लोग आंदोलित हैं। कई शहरों में लाखों लोग शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि इको सेंसिटिव जोन (ईएसजेड) घोषित करने का मतलब यह नहीं है कि वहां पर्यटन क्षेत्र का विकास नहीं हो सकता। इसे विकसित किया जा सकता है और होटल, रिसॉर्ट, हेलीपैड, थीम पार्क, पर्यटक स्वागत केंद्र आदि बनाने के भाजपा के अवैध इरादों को फलीभूत किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, पिछले तीन सालों से कांग्रेस-जेएमएम की झारखंड की यूपीए सरकार ने पारसनाथ पहाड़ी और शिखरजी पर ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है जिससे इसकी पवित्रता या जैन समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे, हालांकि नीतिगत रूप से राज्य सरकार संघ द्वारा बाध्य है।

गौरतलब है कि जैन समुदाय के लोग झारखंड में उनके धार्मिक मंदिर सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ देश भर में विरोध कर रहे हैं। उन्हें डर है कि इससे जगह की पवित्रता को ठेस पहुंचेगी।

–आईएएनएस

सीबीटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 5 जनवरी (आईएएनएस)। झारखंड में धार्मिक स्थल सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ जैन समुदाय के विरोध के बाद कांग्रेस ने कहा है कि इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, जिसने इसे पर्यटन स्थल में बदल दिया।

गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष पवन खेड़ा और पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा, झारखंड की पिछली भाजपा सरकार और मोदी सरकार ने संयुक्त रूप से गिरिडीह को 20 जैन तीथर्ंकरों की निर्वाण भूमि (मोक्ष स्थल) घोषित किया और जैन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल – सम्मेद शिखरजी और पारसनाथ पहाड़ी को एक पर्यटन स्थल में बदलने का फैसला किया।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी सम्मेद शिखरजी, पालिताना की शत्रुंजय पहाड़ियों, गिरनार पर्वत जैसे जैन धर्म के पवित्र तीर्थस्थलों को सरकारी खजाने को भरने का माध्यम बनाना चाहती है!

खेड़ा ने कहा, कांग्रेस पार्टी भारत के संविधान के तहत सभी धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, जैन धर्म, 2,500 साल पुराना धर्म, हालांकि जनसंख्या में छोटा है, लेकिन इसने भारत की आर्थिक प्रगति में बहुत योगदान दिया है। ऐसा कहा जाता है कि जैन समुदाय के सिद्धांतों ने महात्मा गांधी की अहिंसा और सत्याग्रह को प्रेरित किया। आज भाजपा -आरएसएस ने उनके साथ विश्वासघात किया है और उनकी भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है।

गौरतलब है कि देश भर से जैन समाज के लोग आंदोलित हैं। कई शहरों में लाखों लोग शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि इको सेंसिटिव जोन (ईएसजेड) घोषित करने का मतलब यह नहीं है कि वहां पर्यटन क्षेत्र का विकास नहीं हो सकता। इसे विकसित किया जा सकता है और होटल, रिसॉर्ट, हेलीपैड, थीम पार्क, पर्यटक स्वागत केंद्र आदि बनाने के भाजपा के अवैध इरादों को फलीभूत किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, पिछले तीन सालों से कांग्रेस-जेएमएम की झारखंड की यूपीए सरकार ने पारसनाथ पहाड़ी और शिखरजी पर ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है जिससे इसकी पवित्रता या जैन समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे, हालांकि नीतिगत रूप से राज्य सरकार संघ द्वारा बाध्य है।

गौरतलब है कि जैन समुदाय के लोग झारखंड में उनके धार्मिक मंदिर सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध किए जाने के खिलाफ देश भर में विरोध कर रहे हैं। उन्हें डर है कि इससे जगह की पवित्रता को ठेस पहुंचेगी।

–आईएएनएस

सीबीटी

Related Posts

ताज़ा समाचार

आपदा प्रभावित क्षेत्रों को दोबारा स्‍थापित करने में हर संभव मदद कर रही केंद्र सरकार: एलजी मनोज सिन्हा

September 29, 2025
ताज़ा समाचार

बरेली : मौलाना तौकीर के करीबी नदीम खान के साथ-साथ 28 अभियुक्त गिरफ्तार

September 29, 2025
ताज़ा समाचार

ट्रांसजेंडर समुदाय की समस्याओं के लिए भाजपा सरकार बहुत कुछ सोचती है: लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी

September 29, 2025
ताज़ा समाचार

आईएसआईएस केरल-तमिलनाडु केस में दो दोषियों को एनआईए कोर्ट ने सुनाई 8 साल की सजा

September 29, 2025
ताज़ा समाचार

‘सबका साथ, सबका विकास’ का असली चेहरा आया सामने : मुख्यमंत्री सिद्दारमैया

September 29, 2025
ताज़ा समाचार

जम्मू-कश्मीर: साइबर धोखाधड़ी मामले में ईडी ने गांदरबल के कई ठिकानों पर मारा छापा

September 29, 2025
Next Post
नौ महीने दूर विश्व कप में सिर्फ 20 खिलाड़ी के साथ नहीं जा सकते: इरफान पठान

नौ महीने दूर विश्व कप में सिर्फ 20 खिलाड़ी के साथ नहीं जा सकते: इरफान पठान

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

115700
Total views : 6024602
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In