अगरतला, 28 जनवरी (आईएएनएस)। त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 16 फरवरी को होने वाले चुनाव में माकपा नीत वाम दलों के साथ गठबंधन कर विपक्षी कांग्रेस ने शनिवार को 17 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। माकपा के नेतृत्व वाले पांच वामपंथी दलों ने बुधवार को 47 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की, जिसमें 13 सीटें उनकी नई सहयोगी कांग्रेस के लिए छोड़ दी गईं, जबकि आठ मौजूदा विधायकों को छोड़ दिया गया।
वाम दलों द्वारा सीटों के बंटवारे से नाराज कांग्रेस नेताओं ने उम्मीदवारों की सूची के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। कांग्रेस नेता सुदीप रॉय बर्मन ने कहा था कि उन्होंने पहले 27 सीटों और फिर वाम दलों से 23 सीटों की मांग की थी। रॉय बर्मन ने आईएएनएस से कहा, उन्होंने (वामपंथी दलों) अपनी सनक और पसंद के अनुसार फैसला लिया है लेकिन हम लोगों की इच्छा के अनुसार जाएंगे।
केंद्रीय चुनाव समिति के प्रभारी पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक द्वारा घोषित कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची के अनुसार, रॉय बर्मन अगरतला निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ेंगे, जबकि राज्य पार्टी अध्यक्ष बिरजीत सिन्हा कैलाशहर से चुनाव लड़ेंगे, जहां से वह राज्य विधानसभा के लिए पहले चुने गए थे।
त्रिपुरा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गोपाल राय बनमालीपुर से चुनाव लड़ेंगे, जबकि पूर्व विधायक आशीष कुमार साहा को बोडरेवाली सीट से मैदान में उतारा गया है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री और भाजपा उम्मीदवार माणिक साहा और राज्य भाजपा प्रमुख राजीव भट्टाचार्य भी क्रमश: बोडरेवाली और बनमालीपुर सीटों से चुनाव लड़ेंगे।
दिलचस्प बात यह है कि तीन दलों भाजपा, कांग्रेस और फॉरवर्ड ब्लॉक ने पारंपरिक रूप से कांग्रेस के गढ़ बधारघाट निर्वाचन क्षेत्र के लिए एक ही परिवार से अपने उम्मीदवारों को नामांकित किया है। बीजेपी ने जहां मीना रानी सरकार को उम्मीदवार बनाया है, वहीं उनके बड़े भाई राज कुमार सरकार को कांग्रेस ने मैदान में उतारा है, जबकि फॉरवर्ड ब्लॉक ने उनके भतीजे पार्थ रंजन सरकार को उम्मीदवार बनाया है, जो एक वकील हैं। वाम दलों और कांग्रेस के बीच सीट समायोजन के बावजूद, दोनों पक्षों ने एससी आरक्षित सीट पर उम्मीदवारों को नामांकित किया।
–आईएएनएस
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