नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)। भाजपा के राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश भी आरोप लगाया।
भाजपा के राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने मंगलवार को आईएएनएस से बातचीत में कहा, “पीएम मोदी ने संविधान दिवस को एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाकर लोगों में जन जागृति पैदा की और बताया कि संविधान के अनुसार लोकतंत्र और संसदीय परंपराएं चलती हैं, इसलिए आम लोगों को इसकी जानकारी होनी चाहिए।”
उन्होंने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा, “कांग्रेस क्या कहेगी, जिसने 25 जून 1975 को संविधान की हत्या की। हम लोगों ने 25 जून 1975 से लेकर 1977 तक लोकतंत्र की पुनर्स्थापना के लिए संघर्ष किया। कांग्रेस के शासन में नागरिकों और प्रेस के अधिकारों को खत्म कर दिया गया। कांग्रेस हमेशा संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश करती रही है और समय-समय पर इस तरह का भ्रम फैला रही है। उन्होंने लोकसभा चुनाव में भी भ्रम फैलाने का काम किया। हालांकि, उपचुनाव और अन्य प्रदेशों के चुनावों में सिद्ध हो गया कि जनता भ्रमित होने वाली नहीं है। जनता ने लोकतंत्र की मजबूती के लिए अपना मतदान किया और भाजपा भारी बहुमत से चुनाव जीती है।”
उन्होंने बधाई देते हुए कहा, “मैं संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर देशवासियों को बधाई देता हूं। हम लोकतंत्र और संविधान को संरक्षित करने के लिए सदैव काम करते रहेंगे।”
संविधान दिवस भारत के संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में 26 नवंबर को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इस दिन 1949 में भारत की संविधान सभा ने संविधान को अपनाया था, जो 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ।
संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ का एक विशेष कार्यक्रम संविधान सदन (पुराने संसद भवन) के सेंट्रल हॉल में आयोजित किया गया। यहां राष्ट्रपति ने संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर 75 रुपये का एक विशेष सिक्का जारी किया। इस दौरान एक डाक टिकट भी जारी किया गया।
–आईएएनएस
एफएम/एएस
नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)। भाजपा के राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश भी आरोप लगाया।
भाजपा के राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने मंगलवार को आईएएनएस से बातचीत में कहा, “पीएम मोदी ने संविधान दिवस को एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाकर लोगों में जन जागृति पैदा की और बताया कि संविधान के अनुसार लोकतंत्र और संसदीय परंपराएं चलती हैं, इसलिए आम लोगों को इसकी जानकारी होनी चाहिए।”
उन्होंने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा, “कांग्रेस क्या कहेगी, जिसने 25 जून 1975 को संविधान की हत्या की। हम लोगों ने 25 जून 1975 से लेकर 1977 तक लोकतंत्र की पुनर्स्थापना के लिए संघर्ष किया। कांग्रेस के शासन में नागरिकों और प्रेस के अधिकारों को खत्म कर दिया गया। कांग्रेस हमेशा संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश करती रही है और समय-समय पर इस तरह का भ्रम फैला रही है। उन्होंने लोकसभा चुनाव में भी भ्रम फैलाने का काम किया। हालांकि, उपचुनाव और अन्य प्रदेशों के चुनावों में सिद्ध हो गया कि जनता भ्रमित होने वाली नहीं है। जनता ने लोकतंत्र की मजबूती के लिए अपना मतदान किया और भाजपा भारी बहुमत से चुनाव जीती है।”
उन्होंने बधाई देते हुए कहा, “मैं संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर देशवासियों को बधाई देता हूं। हम लोकतंत्र और संविधान को संरक्षित करने के लिए सदैव काम करते रहेंगे।”
संविधान दिवस भारत के संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में 26 नवंबर को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इस दिन 1949 में भारत की संविधान सभा ने संविधान को अपनाया था, जो 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ।
संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ का एक विशेष कार्यक्रम संविधान सदन (पुराने संसद भवन) के सेंट्रल हॉल में आयोजित किया गया। यहां राष्ट्रपति ने संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर 75 रुपये का एक विशेष सिक्का जारी किया। इस दौरान एक डाक टिकट भी जारी किया गया।
–आईएएनएस
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