तिरुवनंतपुरम, 28 जुलाई (आईएएनएस)। विपक्ष के नेता वी.डी.सतीसन और राज्य भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने शुक्रवार को राज्य संचालित 43 कला और विज्ञान कॉलेजों में नियुक्त किए गए प्रिंसिपलों की सूची में छेड़छाड़ के लिए केरल की उच्च शिक्षा मंत्री आर. बिंदू के इस्तीफे की मांग की।
सतीसन ने कहा, “हमने इस साल 17 मई को विधानसभा में प्रिंसिपलों की नियुक्ति में बिंदू के हस्तक्षेप का मुद्दा उठाया था। उनके हस्तक्षेप के बाद प्रभारी प्राचार्यों की नियुक्ति की गयी। उन्होंने कुछ ऐसे उम्मीदवारों पर मेहरबानी की जिनके पास आवश्यक योग्यता नहीं थी। बिंदु एक कॉलेज शिक्षक के रूप में सेवा के दौरान एक प्रभारी प्राचार्य भी थीं।”
सतीसन ने कहा कि अगर बिंदू ने हस्तक्षेप नहीं किया होता, तो 43 शिक्षकों को प्रिंसिपल के रूप में नियुक्त किया गया होता।
सतीसन ने कहा, “उन्हें शिक्षा मंत्री बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। अभी जो स्थिति है, यह बिल्कुल स्पष्ट है कि उन्होंने हस्तक्षेप किया है क्योंकि 43 प्राचार्यों की सूची को लोक सेवा आयोग द्वारा मंजूरी दे दी गई है। यह सत्ता का खुलेआम दुरुपयोग है।”
सुरेंद्रन ने कहा कि उच्च शिक्षा क्षेत्र को माकपा के पार्टी मुख्यालय में बदल दिया गया है।
उन्होंने कहा, “बिंदु को जब पता चला कि उनके जानने वालों का नाम प्रिंसिपलों की सूची में नहीं है तो उसके बाद उसने गंभीर अपराध किया। उसने हस्तक्षेप करने का फैसला किया और सूची तथा दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की। इसलिए उन्होंने गोपनीयता की शपथ का उल्लंघन किया है और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।”
–आईएएनएस
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