लखनऊ, 26 सितंबर (आईएएनएस)। ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर से उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में विवाद जैसी स्थिति बन रही है। शुक्रवार को कानपुर में एक बार फिर यह विवादित पोस्टर देखे गए। मेरठ में भी जुमे की नमाज के बीच पुलिस को निगरानी बढ़ानी पड़ी।
मेरठ में ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद के बाद प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया। चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स के साथ-साथ ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
इसी बीच, शुक्रवार को मेरठ जोन के एडीजी भानु भास्कर ने अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एडीजी भानु भास्कर ने आईएएनएस को बताया कि त्योहारों के मद्देनजर पुलिस बल पूरी तरह से अलर्ट है। संवेदनशील इलाकों में क्यूआरटी के साथ-साथ पुलिस बल की अधिक तैनाती की गई है। इन इलाकों में पेट्रोलिंग शुरू की गई है।
एडीजी ने बताया कि सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर कड़ी नजर रखी जा रही है। अफवाह फैलाने या भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। कुछ मामलों में गिरफ्तारियां भी की जा रही हैं। पुलिस की तैयारियों और जगह-जगह तैनाती से माहौल शांत है।
उन्होंने फिर से दोहराया कि माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
हालांकि, कानपुर के रावतपुर इलाके में फिर से ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर देखे गए हैं। ये पोस्टर घरों, बिजली के खंभों और मस्जिदों की दीवारों पर देखे गए। कानपुर में पहले भी इस तरह के बैनर हटाने को लेकर विवाद हो चुका है।
स्थितियों को समझते हुए पुलिस ने अलर्ट जारी किया है और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पीएसी और कार्ट के जवान भी संवेदनशील इलाकों में तैनात हैं, जबकि मस्जिदों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
इसी बीच, अलीगढ़ के शहर मुफ्ती मोहम्मद खालिद हमीद ने कहा है कि ‘आई लव मोहम्मद’ को लेकर सड़कों पर रैली या कोई प्रदर्शन नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के कृत्य करने से टकराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जो शहर की अमन चैन में आबोहवा के लिए बहुत गलत है। इसलिए रैली या कोई प्रदर्शन नहीं होना चाहिए।
–आईएएनएस
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