सैन फ्रांसिस्को, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। चैटजीपीटी अब उपयोग के नए तरीके खोज रहा है। कुछ डेवलपर्स ने एआई-आधारित मॉडल बनाए हैं, जो बच्चों को उनके पसंदीदा पात्रों के आधार पर सोते समय कहानियां सुना सकते हैं।
हालांकि, इसने कानूनी और नैतिक चिंताओं को भी बढ़ा दिया है। ब्लूई-जीपीटी नामक एक स्टोरी जनरेटर सेशन के लिए बच्चों से उनका नाम, उम्र और उनके दिन के बारे में पूछताछ करता है, फिर ब्लूई और बिंगो कहानियों पर मंथन करते हैं।
इसके लंदन स्थित डेवलपर ल्यूक वार्नर ने वायर्ड को बताया, ”इसमें उसके स्कूल का नाम, उस क्षेत्र का नाम दिया गया है और यह तकनीक इस तथ्य के बारे में भी बात करती है कि बाहर बहुत ठंड है। यह इसे और अधिक वास्तविक और आकर्षक बनाता है।”
चैटजीपीटी के साथ कोई भी अपने बच्चे और अपने पसंदीदा चरित्र की कहानियां तैयार कर सकता है।
ऑस्कर, वन्स अपॉन ए बॉट और बेडटाइमस्टोरी.एआई जैसे कहानी बनाने वाले ऐप सामान्य पात्रों या सार्वजनिक डोमेन में मौजूद पात्रों का उपयोग करते हैं। कुछ ऐप्स में एआई-जनरेटेड चित्र या कहानी को पढ़ने का विकल्प शामिल है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ”एआई द्वारा तैयार की गई कहानियां कानूनी और नैतिक चिंताओं को बढ़ाती हैं।”
टेलर वेसिंग फर्म के एक वकील जुयांग झू के अनुसार “यूके में पात्रों के लिए कानूनी सुरक्षा में नाम के साथ-साथ पृष्ठभूमि के तरीके और अभिव्यक्ति भी शामिल हैं।”
रिपोर्ट में झू के हवाले से कहा गया, ”यदि किसी चरित्र को किसी अन्य संदर्भ में दोहराया जाता है तो यह कॉपीराइट का उल्लंघन माना जा सकता है।”
–आईएएनएस
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