सतना, देशबन्धु। चित्रकूट के सबसे प्रमुख अनादि कालीन प्राचीन कामदगिरि मुखारविंद मंदिर को लक्ष्मण पहाड़ी के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। यह सुनकर आज चौक गये होंगे लेकिन यह सच है। चित्रकूट धाम कर्वी रेलवे स्टेशन में जो सूचना पटल लगाया गया है। उसी सूचना पटल के माध्यम से यह भ्रामक जानकारी निकल कर बाहर आ रही है।
ज्ञात हो कि प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ आखिरी पड़ाव पर है। महाकुंभ के दौरान श्रद्धालु धर्मनगरी चित्रकूट भी काफी संख्या में पहुंचे। इसके बाद भी इस दिखा में जिम्मेदारों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
पहचान हो रही गुम
अगर देखा जाए तो भगवान श्री राम की तपोस्थली का चित्रकूट धाम का सबसे प्रमुख अनादिकालीन विग्रह प्राचीन मुखारविंद है। लेकिन इस प्राचीन मुखारविन्द को रेलवे द्वारा गुमनाम कर दिया गया है। जिसके चलते यहां आने वाले श्रद्धालुओं को गलत और भ्रामक जानकारी मिल रही है।