नई दिल्ली, 26 दिसम्बर (आईएएनएस)। तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने वाराणसी के अस्सी घाट का दौरा किया। राज्यपाल व केंद्रीय मंत्री का यह दौरा संगमम् काशी तमिल के अंतर्गत है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का यह कार्यक्रम प्राचीन भारत के शिक्षा और संस्कृति के दो महत्वपूर्ण केंद्रों – वाराणसी और तमिलनाडु के बीच जीवंत संबंधों को पुनर्जीवित करने के लिए है।
काशी तमिल संगमम के दूसरे चरण में तमिलनाडु और पुडुचेरी के लोग वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा कर रहे हैं। इसी के अंतर्गत तमिलनाडु के राज्यपाल व केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री ने यहां अस्सी घाट पर ‘सुबह-ए-बनारस’ में भाग लिया, जो उत्तर प्रदेश सरकार की एक पहल है जिसे 2014 में वाराणसी की आत्मा को जानने और समझने के मकसद से शुरू किया गया था। उन्होंने शाम को काशी तमिल संगमम् 2 के एक भाग के रूप में आयोजित एक सांस्कृतिक समारोह में भाग लिया।
अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि कैसे वह काशी तमिल संगमम्-2023 में भाग लेकर और अस्सी घाट पर काशी की आध्यात्मिक संस्कृति, संगीत और योग के उल्लेखनीय एकीकरण को देखकर मंत्रमुग्ध हो गईं। उन्होंने कहा कि भारत की दो समृद्ध संस्कृतियों के बीच अद्भुत समानता ने उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया है जो विविधता से भरपूर है फिर भी सांस्कृतिक सद्भाव के भावनात्मक बंधनों से जुड़ी हुई है।
उन्होंने इस आयोजन की संकल्पना में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के लिए उनका आभार भी व्यक्त किया।
काशी तमिल संगमम् का दूसरा चरण 30 दिसंबर 2023 तक जारी रहेगा।
पिछले साल, काशी तमिल संगमम् का पहला चरण 16 नवंबर से 16 दिसंबर 2022 तक आयोजित किया गया था।
–आईएएनएस
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