नई दिल्ली, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। तमिल प्रतिनिधिमंडल के दूसरे जत्थे ने मंगलवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का दौरा किया। तमिल जत्थे के 250 लोगों में शिक्षक, छात्र और अन्य लोग शामिल रहे।
शिक्षा मंत्रालय की एक विशेष पहल पर तमिलनाडु और उसके आसपास के छात्र काशी की सांस्कृतिक विरासत का अध्ययन कर रहे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इन प्रतिनिधियों ने गंगा तट, विशालाक्षी और अन्नपूर्णा मंदिरों और अन्नपूर्णा भवन का दौरा किया।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का कार्यक्रम प्राचीन भारत के शिक्षा और संस्कृति के दो महत्वपूर्ण केंद्रों, वाराणसी और तमिलनाडु, के बीच जीवंत संबंधों को पुनर्जीवित करता है। काशी तमिल संगमम (केटीएस) के दूसरे चरण में प्रस्तावित है कि तमिलनाडु और पुडुचेरी के लोग यात्रा में लगने वाले समय सहित 8 दिनों के एक गहन दौरे के लिए ट्रेन से वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा करेंगे।
काशी तमिल संगमम का दूसरा चरण 30 दिसंबर 2023 तक जारी रहेगा। पिछले साल, काशी तमिल संगमम का पहला चरण 16 नवंबर से 16 दिसंबर 2022 तक आयोजित किया गया था।
–आईएएनएस
जीसीबी/एबीएम
नई दिल्ली, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। तमिल प्रतिनिधिमंडल के दूसरे जत्थे ने मंगलवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का दौरा किया। तमिल जत्थे के 250 लोगों में शिक्षक, छात्र और अन्य लोग शामिल रहे।
शिक्षा मंत्रालय की एक विशेष पहल पर तमिलनाडु और उसके आसपास के छात्र काशी की सांस्कृतिक विरासत का अध्ययन कर रहे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इन प्रतिनिधियों ने गंगा तट, विशालाक्षी और अन्नपूर्णा मंदिरों और अन्नपूर्णा भवन का दौरा किया।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का कार्यक्रम प्राचीन भारत के शिक्षा और संस्कृति के दो महत्वपूर्ण केंद्रों, वाराणसी और तमिलनाडु, के बीच जीवंत संबंधों को पुनर्जीवित करता है। काशी तमिल संगमम (केटीएस) के दूसरे चरण में प्रस्तावित है कि तमिलनाडु और पुडुचेरी के लोग यात्रा में लगने वाले समय सहित 8 दिनों के एक गहन दौरे के लिए ट्रेन से वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा करेंगे।
काशी तमिल संगमम का दूसरा चरण 30 दिसंबर 2023 तक जारी रहेगा। पिछले साल, काशी तमिल संगमम का पहला चरण 16 नवंबर से 16 दिसंबर 2022 तक आयोजित किया गया था।
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