कोलकाता, 10 फरवरी (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा युवा तृणमूल कांग्रेस के नेता कुंतल घोष के आवास से बरामद की गई शिक्षकों की भर्ती परीक्षाओं के लिए ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन (ओएमआर) शीट की कॉपियों की जिम्मेदारी पश्चिम बंगाल सरकार नहीं लेगी, कुंतल घोष को केंद्रीय एजेंसी ने राज्य में शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया है।
पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) ने लिखित परीक्षा आयोजित की। ओएमआर शीट की एक प्रति आयोग के पास रहती है, जबकि दूसरी प्रति संबंधित उम्मीदवार के पास रहती है। यदि संबंधित उम्मीदवार उस प्रति को एजेंट के आवास पर छोड़ देता है, यह आयोग या राज्य सरकार की जिम्मेदारी कैसे हो सकती है?
राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने शुक्रवार शाम मीडियाकर्मियों से कहा, एजेंटों के निशाने पर होने की जिम्मेदारी संबंधित उम्मीदवार की होती है। मेरी सलाह है कि सभी को एजेंटों से दूर रहना चाहिए। योग्यता पर भरोसा रखें। आयोग पर भरोसा रखें। हालांकि, उन्होंने शुक्रवार के घटनाक्रम पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जिसमें डब्ल्यूबीएसएससी ने अधिसूचना के माध्यम से ग्रुप डी श्रेणी में गैर-शिक्षण कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
बासु ने कहा- यह अदालत को तय करना है कि भ्रष्टाचार और अनियमितताएं थीं या नहीं। राज्य सरकार को इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं करनी है। हमें अदालत के निदेशरें के अनुसार काम करना होगा। आयोग को सतर्क रहना होगा। यह पूछे जाने पर कि बर्खास्तगी अधिसूचना के कारण पैदा हुई रिक्तियों को भरने के लिए राज्य सरकार की क्या योजना है, मंत्री ने कहा कि वेटिंग पैनल से रिक्त पदों को भरना संभव नहीं होगा क्योंकि न्यायालय के अवलोकन के अनुसार इसमें भी अनियमितताएं हैं।
बसु ने कहा, इसलिए, फिलहाल, वेटिंग पैनल से खाली पदों को भरना संभव नहीं है।
–आईएएनएस
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