deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ब्लॉग

कुडनकुलम में निर्माणाधीन तीसरे परमाणु ऊर्जा संयंत्र की मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम पूरा

by
August 11, 2023
in ब्लॉग
0
कुडनकुलम में निर्माणाधीन तीसरे परमाणु ऊर्जा संयंत्र की मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम पूरा
0
SHARES
3
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

READ ALSO

केंद्र ने बेहतर डिजिटल कनेक्टिविटी के लिए संपत्तियों की रेटिंग पर ड्राफ्ट मैनुअल किया जारी

मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर का मुनाफा वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में 20 प्रतिशत घटा, खर्च में हुई बढ़ोतरी

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

चेन्नई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कुडनकुलम में निर्माणाधीन 1,000 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग का काम इस महीने के आरंभ में पूरा हो गया। परियोजना का निर्माण करने वाली रूस की प्रमुख एकीकृत परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने शुक्रवार को यह बात कही।

रोसाटॉम के अनुसार, मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी जो 5 अगस्त को पूरी हो गई।

मुख्य शीतलक पाइपलाइन प्राथमिक सर्किट के मुख्य उपकरण को जोड़ती है, जिसमें रिएक्टर, भाप जनरेटर और रिएक्टर शीतलक पंप शामिल हैं। गुणवत्ता और परिचालन स्थितियों के लिए उच्च आवश्यकताओं को देखते हुए मुख्य शीतलक पाइपलाइन की वेल्डिंग संयंत्र के सिविल कार्यों के सबसे जटिल और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

रोसाटॉम ने कहा, “यह रिएक्टर शीतलक पाइपलाइन है जो रिएक्टर में गर्म हुए पानी को भाप जनरेटर में ले जाती है, जहां से उत्पन्न भाप टरबाइन भाप पथ में जाती है, और टरबाइन जनरेटर बिजली उत्पन्न करता है।”

रूसी कंपनी ने कहा कि मुख्य शीतलक पाइपलाइन की कुल लंबाई लगभग 140 मीटर है, पाइप की दीवारों की मोटाई 70 मिमी है, और 28 वेल्डेड जोड़ों की कुल लंबाई 87 मीटर से अधिक है। कठिन वातावरण में यह 60 साल तक चलेगा।

भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल के पास कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट की दो इकाइयों से बिजली उत्‍पादन हो रहा है जबकि चार और इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सभी छह इकाइयां रूसी तकनीक और रोसाटॉम द्वारा आपूर्ति किए गए उपकरणों से निर्मित हैं।

तीसरी और चौथी इकाइयों के निर्माण के लिए प्रमुख उपकरण रूस से कुडनकुलम पहुंच चुके हैं, जबकि पांचवीं और छठी इकाइयों के लिए बड़ी संख्या में घटक आने वाले हैं।

–आईएएनएस

एकेजे

Related Posts

ब्लॉग

केंद्र ने बेहतर डिजिटल कनेक्टिविटी के लिए संपत्तियों की रेटिंग पर ड्राफ्ट मैनुअल किया जारी

May 14, 2025
ब्लॉग

मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर का मुनाफा वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में 20 प्रतिशत घटा, खर्च में हुई बढ़ोतरी

May 14, 2025
ब्लॉग

केपीआई ग्रीन एनर्जी का वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में मुनाफा 91 प्रतिशत बढ़ा

May 14, 2025
ब्लॉग

वयस्कता में टाइप 1 डायबिटीज से हृदय रोग और मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है : अध्ययन

May 14, 2025
ब्लॉग

केंद्रीय कैबिनेट ने उत्तर प्रदेश में सेमीकंडक्टर यूनिट को मंजूरी दी, 3,700 करोड़ रुपए का निवेश करेगी आकर्षित

May 14, 2025
ब्लॉग

5जी से 100 गुना ज्यादा पावरफुल होगा 6जी : डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी

May 14, 2025
Next Post
अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए वरदान है एरोबिक और योग : शोध

अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए वरदान है एरोबिक और योग : शोध

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख हाई कोर्ट में दो स्थायी न्यायाधीशों की नियुक्ति की सिफारिश की

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख हाई कोर्ट में दो स्थायी न्यायाधीशों की नियुक्ति की सिफारिश की

January 5, 2024
सपा नहीं चाहती महाराष्ट्र में सेक्युलर वोटों का बंटवारा हो: अबू आसिम आजमी

सपा नहीं चाहती महाराष्ट्र में सेक्युलर वोटों का बंटवारा हो: अबू आसिम आजमी

October 27, 2024

आमिर से मिलकर खुशी होती है, ‘लवयापा’ के लिए जुनैद को शुभकामनाएं : सुरेश रैना

February 8, 2025
ईशा, अनीश ने ओलंपिक चयन ट्रायल में दूसरी जीत दर्ज की

ईशा, अनीश ने ओलंपिक चयन ट्रायल में दूसरी जीत दर्ज की

May 12, 2024
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

081254
Total views : 5873835
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Notifications