चेन्नई, 7 सितंबर (आईएएनएस)। पिछले साल एक ट्रैवल एजेंसी द्वारा कुवैत में बंधक बनाए गए तमिलनाडु के 19 युवाओं को सुरक्षित अपने देश पहुंचाया गया। भारतीय दूतावास के प्रयास से बचाए गए सभी लोग गुरुवार को चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंच गए।
हवाई अड्डे पर तमिलनाडु के मंत्री केएस. मस्तान ने अन्य अधिकारियों के साथ वापस आए युवाओं का स्वागत किया।
युवकों ने ट्रैवल एजेंसी को एक लाख रुपये का भुगतान किया था, जो उन्हें मुफ्त रहने और भोजन के साथ 60,000 रुपये के मासिक वेतन के वादे पर मई 2022 में कुवैत ले गई थी।
‘सपनों की दुनिया’ में पहुंचने पर युवाओं को सूचित किया गया कि उन्हें केवल 18,000 रुपये की मासिक दिया जाएगा। साथ ही उन्हें अपने रहने और खाने का खुद ही इंतजाम करना होगा। इसके अलावा युवाओं को अधिक घंटों तक काम करने के लिए कहा गया।
युवाओं ने एजेंसी से बॉन्डतोड़ने और उन्हें रिहा करने के लिए कहा, लेकिन एजेंसी ने जोर देकर कहा कि इसे तोड़ने के लिए उन्हें 60,000 रुपये का भुगतान करना होगा।
युवाओं को इस साल जून में बताया गया कि उनका वीजा समाप्त हो गया है और उन्हें वीजा नवीनीकरण के लिए प्रत्येक को 1,25,000 रुपये का भुगतान करना होगा।
हालांकि, युवाओं ने लाचारी जताई और कहा कि उनके पास नवीनीकरण के लिए भुगतान करने के लिए पैसे नहीं हैं। इससे एजेंसी के लोग नाराज हो गए और उन्होंने तुरंत उनके कमरों का बिजली और पानी का कनेक्शन काट दिया। इसी बीच युवकों ने भारतीय दूतावास से संपर्क कर आपबीती बताई।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके. स्टालिन ने भी मामले में हस्तक्षेप किया और 19 युवाओं की रिहाई के लिए कुवैत में भारतीय दूतावास से संपर्क किया।
–आईएएनएस
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