रांची, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने सोमवार को कहा कि भारतीय मौसम विभाग ने अपनी सटीक भविष्यवाणियों और तकनीकी क्षमताओं से न केवल आपदाओं से होने वाले नुकसान को कम किया है, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों जैसे कृषि, आपदा प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन और राष्ट्रीय सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के 150वें वर्ष पर सोमवार को रांची स्मार्ट सिटी सभागार में आयोजित कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए राज्यपाल ने आईएमडी के सभी वैज्ञानिकों, अधिकारियों और कर्मियों के समर्पण और तकनीकी प्रगति की सराहना की।
राज्यपाल ने कहा कि मौसम विभाग और मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के प्रयासों ने राज्य में होने वाली गंभीर प्राकृतिक आपदाओं, जैसे वज्रपात, बाढ़, भारी वर्षा और शीतलहर के प्रभावों को कम करने में अहम भूमिका निभाई है। मौसम विज्ञान केंद्र के प्रति जनमानस का विश्वास बढ़ा है, क्योंकि इसने पंचायत स्तर तक सटीक मौसम पूर्वानुमान और जानकारी उपलब्ध कराकर आपदा प्रबंधन को सुदृढ़ किया है। राज्य में समय पर मौसम की चेतावनियां दी गईं, जिससे स्थानीय समुदायों और आपदा प्रबंधन दलों को तैयारी में मदद मिल सकी।
राज्यपाल गंगवार ने झारखंड की कृषि अर्थव्यवस्था का उल्लेख करते हुए कहा कि मौसम की सटीक जानकारी कृषि क्षेत्र के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। मौसम पूर्वानुमान से किसानों को फसल चयन, सिंचाई प्रबंधन और कीट नियंत्रण जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सहायता मिलती है। उन्होंने झारखंड को ‘कृषि कर्मण पुरस्कार’ से सम्मानित किए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि इसका श्रेय राज्य के किसानों के निरंतर प्रयासों को जाता है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जलवायु परिवर्तन और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में देश में हुई उल्लेखनीय प्रगति का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसी पहल से तकनीकी क्षमता बढ़ी है और इसका सीधा लाभ मौसम विज्ञान और आपदा प्रबंधन क्षेत्रों को हो रहा है।
–आईएएनएस
एसएनसी/एकेजे