पाटन देशबन्धु. जिले की पाटन तहसील में इस साल मक्का की बंपर पैदावार हुई है. जिसकी वजह से कृषि उपज मंडी प्रांगण में मक्के से भरी ट्रालियों की लंबी-लंबी कतारे देखने को मिल रही है. मक्का की अत्यधिक आवक होने से कृषि उपज मंडी का प्रशासनिक अमला व्यवस्थाओं को और अधिक बेहतर बनाने में दिन भर जुटा रहा जिससे किसानों को अपनी उपज बेचने में किसी भी प्रकार से परेशान ना होना पड़े. बताया जा रहा है कि सुबह से ही मण्डी शेड में मक्के के ढेर लगाना शुरू हो गए थे. दरअसल पाटन क्षेत्र का मटर देश के कई प्रदेशों में जाता हैं जिसकी वजह से पाटन की पहचान मटर के तौर पर होती थी.
वही मक्के की बंपर पैदावार को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आने वाले समय में पाटन तहसील कॉर्न (मक्का) की उपज के लिए भी अपनी विशेष पहचान बना लेगा. पाटन तहसील की कृषि उपज मंडी में क्षेत्रीय किसानों के अलावा आस पास के जिलों के किसान भी अपनी मक्का की उपज बेचने बड़ी संख्या में आ रहे है. पाटन कृषि उपज मंडी व्यापारी संघ के अधक्ष विनय अग्रवाल ने बताया कि में दशकों से पाटन मण्डी में गल्ला का व्यवसाय कर रहा हूं मैने आज तक मक्के की इतनी आवक मण्डी में नहीं देखी है. जिस तरफ देखो उसी तरफ मक्के से लोड ट्राली और किसान आपको नजर आ रहे है. आगे उन्होंने बताया कि हमारे मण्डी के व्यापारी बंधओ ने पचास टन से लेकर छः,सात सौ टन तक मक्के की खरीदी की है.
मण्डी प्रशासन भी व्यापारियों का सहयोग कर रहा है. मण्डी व्यापारियों की कोशिश है कि सभी किसानों भाइयों का भुगतान आज की डेट में हो जाए. नगर के किसान तन्मय दुबे (तन्नू महाराज) ने बताया कि तहसील में मक्के की बंपर पैदावार हुई है,जिसका नजारा कृषि उपज मंडी में आज देखा जा रहा है वही मक्का रखने के लिए किसानों को कृषि उपज मण्डी में जगह कम पड़ रही है. मण्डी में उम्मीद से ज्यादा हो रही है मक्के की आवक से मण्डी का प्रशासनिक अमला एवं गल्ला व्यापारी भी उत्साहित है. मण्डी प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार तहसील के 825 किसानों ने आज 28000 हजार क्विंटल मक्के की उपज पाटन मण्डी में बेची.
इनका कहना
पाटन कृषि उपज मण्डी में तहसील के 825 किसानो ने अपनी मक्के की उपज जो लगभग 28000 हजार क्विंटल (2800 टन) विक्रय की है और लगभग सभी किसानों का भुगतान मण्डी के व्यापारियों के द्वारा किया जा रहा है.
सुनील पांडेय मण्डी सचिव
कृषि उपज मण्डी पाटन,जबलपुर