मुंबई, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने शनिवार को मुंबई में फिक्की द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तीकरण और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना था। अपने पहले फिक्की कार्यक्रम में शामिल होने पर मंत्री रक्षा खडसे ने खुशी जताई और कहा कि यह मंच महिलाओं की प्रगति और देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा आज मुंबई में फिक्की के एक कार्यक्रम में पहली बार शामिल होने का अवसर मिला। इस कार्यक्रम में महिला सशक्तीकरण और ग्रामीण विकास पर खास चर्चा हुई, जो बेहद प्रेरणादायक रही। यहां मौजूद सभी लोग महिलाओं को बराबरी का दर्जा देने और उन्हें व्यवसाय व स्टार्टअप में आगे लाने की बात कर रहे थे। यह देखकर खुशी हुई कि देश के विकास के लिए महिलाओं की भूमिका को इतना महत्व दिया जा रहा है।
कार्यक्रम में पैनल चर्चा के दौरान यह बात सामने आई कि अगर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है, तो महिलाओं को हर क्षेत्र में समान अवसर देना होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं और अवसर पैदा करने की जरूरत पर भी जोर दिया गया। यह एक सही कदम है, क्योंकि महिला सशक्तीकरण न केवल सामाजिक, बल्कि आर्थिक प्रगति के लिए भी जरूरी है। इस तरह के आयोजन निश्चित रूप से महिलाओं को नई दिशा देने में मदद करेंगे।
पहलगाम हमले पर उन्होंने कहा कि कश्मीर में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले में पर्यटकों को निशाना बनाया गया, जिसकी निंदा भारत सहित पूरी दुनिया में हो रही है। कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और अनुच्छेद 370 हटने के बाद वहां विकास की नई लहर देखी गई है। पिछले कुछ सालों में कश्मीर में पर्यटन काफी बढ़ा है। केंद्र सरकार ने वहां कई योजनाएं लागू की हैं, जिनसे स्थानीय लोगों को फायदा हुआ है। कश्मीर के लोगों को विकास का पूरा अधिकार मिलना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार की यह सोच रही है कि कश्मीर बाकी राज्यों के साथ कदम से कदम मिलाकर प्रगति के पथ पर आगे बढ़े। केंद्र सरकार ने कश्मीर के विकास के लिए कई योजनाएं लागू की हैं, जिनका लाभ स्थानीय लोगों तक पहुंच रहा है। लेकिन इस आतंकी हमले ने एक बार फिर सुरक्षा के सवाल खड़े किए हैं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
रक्षा खडसे ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। इस हमले में कुछ लोगों से उनके धर्म के बारे में पूछे जाने की खबरें भी सामने आई हैं, जो चिंता का विषय है। इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लेना होगा और सभी को एकजुट होकर इसका जवाब देना होगा। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को और सख्त किया है। पाकिस्तान के साथ पानी की संधि पर बातचीत रोक दी गई है और पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ने का अल्टीमेटम दिया गया है। यह कदम आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ भारत की मजबूत नीति को दर्शाता है।
–आईएएनएस
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