नई दिल्ली 16 मार्च (आईएएनएस) केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को बिहार की रहने वाली एक छात्रा से बात की। यह छात्रा साइंस की पढ़ाई करने की इच्छुक है और डॉक्टर बनना चाहती है। हालांकि अच्छे नंबर लाने के बावजूद छात्रा को साइंस लेने में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अब केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने बिहार की इस छात्रा से बात करके उसे आश्वस्त किया है कि उसका दाखिला साइंस की कक्षा में होगा और डॉक्टर बनने का सपना भी साकार होगा।
इस छात्रा का नाम खुशबू है और वह बिहार के दानापुर इलाके में अपने परिवार के साथ रहती है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री का कहना है कि बिहार के दानापुर की खुशबू के साथ अब पढ़ाई में कोई भेदभाव नहीं होगा। वह अपनी पसंद के विषय में पढ़ाई कर सकेगी। दरअसल, 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद खुशबू को उसके परिजनों ने आगे की पढ़ाई विज्ञान के विषयों से करने की अनुमति नहीं दी। खुशबू का दाखिला आर्ट्स के विषयों में कराया गया।
खुशबू के अनुसार, उसने मैट्रिक की परीक्षा में 399 अंक प्राप्त किए, फिर भी उसे आर्ट्स के विषयों में नामांकित करा दिया गया। दरअसल, परीक्षा से पहले खुशबू के माता-पिता ने उससे वादा किया था कि यदि वह 400 अंक लाती है तो वे उसका दाखिला विज्ञान में करवाएंगे। खुशबू 399 अंक लाने में सफल रही है, बावजूद इसके उसका दाखिला विज्ञान की जगह आर्ट्स में करा दिया गया। इसका खुलासा खुद खुशबू ने कुछ दिन पहले एक इंटरव्यू में किया था।
रविवार को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने खुशबू से कहा, “मन लगाकर पढ़ो। नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार और नीतीश कुमार की बिहार सरकार दोनों पढ़ाएंगे। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार भारत की बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है।” खुशबू से केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस पूरे मामले पर बातचीत की है। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने उसे आगे की पढ़ाई का आश्वासन दिया।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार विज्ञान के विषयों में छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए कई स्तर पर विभिन्न योजनाएं भी चला रही है। इसका उद्देश्य विज्ञान जैसे विषयों में छात्राओं की रुचि को बढ़ावा देना है। इसके लिए देश के कई आईआईटी संस्थान महत्वपूर्ण पहल भी कर चुके हैं।
—आईएएनएस
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