हैदराबाद, 9 मार्च (आईएएनएस)। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ने गुरुवार को दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी द्वारा के. कविता को जारी किए गए समन को मोदी समन बताया है।
बीआरएस एमएलसी के. कविता के भाई रामा राव ने विपक्षी नेताओं को परेशान करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नीत सरकार की आलोचना की।
रामा राव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि के. कविता प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होंगी और एजेंसी के साथ सहयोग करेंगी। राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर क्रोनी कैपिटलिज्म में लिप्त होने को लेकर भी निशाना साधा।
रामा राव ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों पर ईडी और सीबीआई के छापे देश में लोकतंत्र को खत्म करने के उद्देश्य किए जा रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां मोदी सरकार के हाथों की कठपुतली बन गई हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस के 11 नेताओं को झूठे मामले में फंसाया गया है। उन्होंने पूछा, केंद्रीय एजेंसियों द्वारा भाजपा के किसी भी नेता को क्यों नहीं बुलाया जा रहा है। क्या भाजपा में हर कोई राजा हरिश्चंद्र का भाई है?
राव ने आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार अनैतिक शासन और बेईमान जांच एजेंसियों का पर्याय बन गई है। केंद्रीय एजेंसियों के 95 प्रतिशत छापे विपक्षी दलों के नेताओं पर होते हैं।
राव ने दावा किया कि पिछले 9 वर्षों के दौरान विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी द्वारा दर्ज किए गए 5,400 मामलों में से केवल 23 में ही सजा हुई है। बीआरएस नेता ने आरोप लगाया कि उद्योगपति गौतम अडानी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संबंध हैं।
उन्होंने आगे कहा कि एलआईसी और एसबीआई को 13 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दोनों ने चुप्पी साधे रखी।
उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि वह अडानी पर लगे आरोपों पर चुप क्यों हैं। उन्होंने पूछा, हम कह रहे हैं कि गौतम अडानी नरेंद्र मोदी के प्रतिनिधि हैं। क्या वह लाई डिटेक्टर टेस्ट लेंगे? क्या उनमें देश के सामने आने की हिम्मत है।
केटीआर ने आगे कहा कि भाजपा का डबल इंजन यानी एक इंजन मोदी है और दूसरा इंजन अडानी है। मोदी एक राजनीतिक इंजन हैं, अडानी एक आर्थिक इंजन हैं।
–आईएएनएस
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