तिरुवनंतपुरम, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। केरल जेल विभाग द्वारा जेलों में सभी धार्मिक प्रवचनों पर रोक लगाने के आदेश पर एक ईसाई समूह ने नाराजगी जताई है।
कुछ दिन पहले जारी आदेश में कहा गया था कि अब धार्मिक प्रवचन आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जिसमें सभी धर्मों के पुजारी कैदियों से बातचीत करने के लिए जेलों में पहुंचते थे।
जॉर्ज सेबेस्टियन, असेंबली ऑफ क्रिश्चियन ट्रस्ट सर्विसेज (एसीटीएस) के पदाधिकारी, जो सभी ईसाई चचरें और प्रार्थना समूहों का निकाय है, उन्होंने कहा कि ऐसा आदेश तब आया है जब पैशन वीक (ईस्टर संडे की ओर जाने वाला वीक) चल रहा है।
उन्होंने कहा- आदेश कैदियों के साथ इस तरह की सभी बातचीत पर प्रतिबंध लगाता है और किसी भी धार्मिक गुरु को अब जेलों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हमें दुख हुआ है कि यह पैशन वीक के दौरान हुआ है, जो सभी ईसाइयों के लिए पवित्र समय है। एसीटीएस के नेता जल्द ही मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के साथ बैठक करेंगे ताकि इस प्रथा को बंद नहीं किया जाए क्योंकि यह बातचीत निश्चित रूप से कैदियों को छुड़ाने का एक तरीका है।
विभिन्न धर्मों के नेताओं का हर महीने कुछ दिनों के लिए निश्चित समय के लिए बंदियों से बातचीत करने का चलन लंबे समय से चला आ रहा है और अब केरल पुलिस के आला अधिकारी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं कि इसे क्यों बंद किया गया है। चर्चा है कि मोटिवेशनल वक्ताओं को अनुमति दी जा सकती है।
–आईएएनएस
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