तिरुवनंतपुरम, 16 जनवरी (आईएएनएस)। केरल में सबसे बड़ी नियोक्ता डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन सॉल्यूशन कंपनी यूएसटी ने अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व निधि का उपयोग करके अलाप्पुझा जिले के कुट्टनाड में दो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट प्रदान किए हैं।
पीने योग्य पानी की अनुपलब्धता के कारण कुट्टनाड के कई गांवों के लोगों के बीच बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो गई थी और तब यूएसटी ने कदम उठाया था।
दो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट अब 1,000 परिवारों के लिए पीने, खाना पकाने और अन्य घरेलू उद्देश्यों के लिए पानी का स्रोत होंगे, जिनमें मिथ्राकरी में लगभग 5,000 लोग शामिल हैं, और ओरुकरी में 500 परिवार, जिनमें लगभग 2,500 लोग हैं।
यूएसटी के प्रशांत सुब्रमण्यन ने कहा कि इस पहल की कल्पना और कार्यान्वयन स्थानीय समुदायों को एक दशक से अधिक समय से जूझ रहे गंभीर जल संकट से निपटने में मदद करने के लिए किया गया है।
सुब्रमण्यन ने कहा, “पीने योग्य पानी की अनुपलब्धता एक बड़ा मुद्दा रहा है और इससे समुदाय के लोगों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी पैदा हुई हैं। यूएसटी अपनी सीएसआर टीम के ठोस प्रयासों से खुश है।”
गांवों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में एक कुआं, प्री-फिल्ट्रेशन और क्लोरीनीकरण टैंक, लौह और अवांछित खनिज फिल्टर, रिवर्स ऑस्मोसिस प्रक्रिया, कार्बन फिल्टर, यूवी फिल्टर, आपूर्ति टैंक और संयंत्र कक्ष शामिल थे।
–आईएएनएस
एमकेएस/एबीएम
तिरुवनंतपुरम, 16 जनवरी (आईएएनएस)। केरल में सबसे बड़ी नियोक्ता डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन सॉल्यूशन कंपनी यूएसटी ने अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व निधि का उपयोग करके अलाप्पुझा जिले के कुट्टनाड में दो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट प्रदान किए हैं।
पीने योग्य पानी की अनुपलब्धता के कारण कुट्टनाड के कई गांवों के लोगों के बीच बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो गई थी और तब यूएसटी ने कदम उठाया था।
दो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट अब 1,000 परिवारों के लिए पीने, खाना पकाने और अन्य घरेलू उद्देश्यों के लिए पानी का स्रोत होंगे, जिनमें मिथ्राकरी में लगभग 5,000 लोग शामिल हैं, और ओरुकरी में 500 परिवार, जिनमें लगभग 2,500 लोग हैं।
यूएसटी के प्रशांत सुब्रमण्यन ने कहा कि इस पहल की कल्पना और कार्यान्वयन स्थानीय समुदायों को एक दशक से अधिक समय से जूझ रहे गंभीर जल संकट से निपटने में मदद करने के लिए किया गया है।
सुब्रमण्यन ने कहा, “पीने योग्य पानी की अनुपलब्धता एक बड़ा मुद्दा रहा है और इससे समुदाय के लोगों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी पैदा हुई हैं। यूएसटी अपनी सीएसआर टीम के ठोस प्रयासों से खुश है।”
गांवों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में एक कुआं, प्री-फिल्ट्रेशन और क्लोरीनीकरण टैंक, लौह और अवांछित खनिज फिल्टर, रिवर्स ऑस्मोसिस प्रक्रिया, कार्बन फिल्टर, यूवी फिल्टर, आपूर्ति टैंक और संयंत्र कक्ष शामिल थे।
–आईएएनएस
एमकेएस/एबीएम