तिरुवनंतपुरम, 11 दिसंबर (आईएएनएस)। केरल में एक नाबालिग लड़की के माता-पिता ने ड्रग से संबंधित मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही शिकायत की है कि स्थानीय पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। कोझिकोड जिले के अझियूर में आठवीं कक्षा के छात्र के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि दोषियों की पहचान होने के बाद भी स्थानीय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
इस तथ्य का पिछले सप्ताह एक प्काउंसलिंग सेशन के दौरान खुलासा हुआ था कि लड़की ड्रस का सेवन कर रही है और इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने का काम करती है। पुलिस ने यौन अपराधों से बच्चों की रोकथाम अधिनियम (पॉक्सो) के तहत एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया लेकिन उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।
ऐसे आरोप लगाए गए थे कि नाबालिग लड़की को बलपूर्वक काम करने के लिए मजबूर किया गया और सिंथेटिक ड्रग को 21 किमी दूर थालास्सेरी ले जाने के लिए कहा गया था। उसे पहचानने के लिए उसके हाथ और पैरों पर कुछ पेंटिंग की गई थी। केरल राज्य मानवाधिकार आयोग ने एक सुमोटो मामला दर्ज किया है और उसी की जांच शुरू कर दी है।
–आईएएनएस
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