तिरुवनंतपुरम, 14 मार्च (आईएएनएस)। केरल के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, केरल में एच3एन2 फ्लू के कुल मामलों की संख्या 13 हो गई है।
ये मामले मुख्य रूप से राज्य के अलाप्पुझा, पलक्कड़ और एर्नाकुलम जिलों से सामने आए थे।
शीर्ष सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ और केरल के पूर्व कोविड नोडल अधिकारी, अमर एस. फेटल ने कहा, यह किसी भी अन्य श्वसन बीमारी की तरह ही है और इसलिए बुनियादी श्वसन लेबल को बनाए रखने की आवश्यकता है और सभी को इन्फ्लूएंजा प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
उन्होंने कहा, अब यह मास्क एक आदत बन गई है, रूमाल का उपयोग जरूरी है और इससे संक्रमित किसी भी व्यक्ति के लिए उचित भोजन और आराम करना सबसे अच्छा है। अगर कोई इससे संक्रमित हो जाता है तो घर पर रहना सबसे अच्छा है।
स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है कि संक्रमित होने वालों की हालत ठीक है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा है कि सावधानी बरतनी होगी और चिंता की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने सुझाव दिया है कि फ्लू के लक्षण वाले लोगों को डॉक्टर से सहायता लेनी चाहिए और जो सलाह दी जा रही है उसका पालन करना चाहिए।
इसके लक्षण हैं अचानक बुखार, खांसी (आमतौर पर सूखी), सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द। एच3एन2 के लिए परीक्षण वर्तमान में अलप्पुझा में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में उपलब्ध है, जरूरत पड़ने पर राज्य की राजधानी में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला में परीक्षण की सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है।
–आईएएनएस
केसी/एएनएम
तिरुवनंतपुरम, 14 मार्च (आईएएनएस)। केरल के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, केरल में एच3एन2 फ्लू के कुल मामलों की संख्या 13 हो गई है।
ये मामले मुख्य रूप से राज्य के अलाप्पुझा, पलक्कड़ और एर्नाकुलम जिलों से सामने आए थे।
शीर्ष सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ और केरल के पूर्व कोविड नोडल अधिकारी, अमर एस. फेटल ने कहा, यह किसी भी अन्य श्वसन बीमारी की तरह ही है और इसलिए बुनियादी श्वसन लेबल को बनाए रखने की आवश्यकता है और सभी को इन्फ्लूएंजा प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
उन्होंने कहा, अब यह मास्क एक आदत बन गई है, रूमाल का उपयोग जरूरी है और इससे संक्रमित किसी भी व्यक्ति के लिए उचित भोजन और आराम करना सबसे अच्छा है। अगर कोई इससे संक्रमित हो जाता है तो घर पर रहना सबसे अच्छा है।
स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है कि संक्रमित होने वालों की हालत ठीक है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा है कि सावधानी बरतनी होगी और चिंता की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने सुझाव दिया है कि फ्लू के लक्षण वाले लोगों को डॉक्टर से सहायता लेनी चाहिए और जो सलाह दी जा रही है उसका पालन करना चाहिए।
इसके लक्षण हैं अचानक बुखार, खांसी (आमतौर पर सूखी), सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द। एच3एन2 के लिए परीक्षण वर्तमान में अलप्पुझा में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में उपलब्ध है, जरूरत पड़ने पर राज्य की राजधानी में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला में परीक्षण की सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है।
–आईएएनएस
केसी/एएनएम