तिरुवनंतपुरम, 20 जनवरी (आईएएनएस)। केरल के वित्त मंत्री के.एन.बालगोपाल ने 3 फरवरी को पेश होने वाले राज्य के बजट से पहले गिरती अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए लोगों से सुझाव मांगे हैं।
बालगोपाल ने एसएफआई से शुरूआत की, फिर सीपीआई(एम) में आने से पहले यूथ विंग में आए। वो बजट के लिए विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए सभी क्षेत्र के लोगों से मिल रहे हैं।
गुरुवार की रात, मंत्री ने राज्य की राजधानी में मीडिया के साथ एक अनौपचारिक बैठक की और अर्थव्यवस्था और इसे बढ़ावा देने के उपायों पर उनके विचार जाने।
वर्तमान में, सरकार के सामने सबसे बड़ी बाधा सार्वजनिक ऋण है, जो 3.5 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है।
नाम न छापने की शर्त पर एक मीडिया समीक्षक ने कहा कि अपेक्षाकृत युवा वित्त मंत्री के लिए यह एक बड़ी चुनौती है, जो मूल रूप से पहले दो बार सीपीआई (एम) के वित्त मंत्री थॉमस इसाक के विपरीत पहले राजनेता हैं, जिन्होंने 2006-11 और फिर 2016-21 तक पद संभाला था।
आलोचक ने कहा, विचारों को लेकर कई बार समस्या यह है कि इससे भ्रम पैदा हो सकता है। इसाक उनमें से एक थे, जो न केवल जनता के बीच पहुंचे बल्कि कुछ विचारों को लागू भी किया। दुर्भाग्य से, केरल में, हर चीज का राजनीतिकरण हो गया है और विकास के मुद्दों पर भी कोई राजनीतिक सहमति नहीं है। बालगोपाल को विपक्षी दल के सदस्यों को चर्चा की मेज पर लाना चाहिए और उनकी राय भी लेनी चाहिए।
अब सबकी निगाहें मंत्री के तीसरे बजट पेश करने पर टिकी हैं कि नए विचारों के कितने परिणाम मिलते हैं।
–आईएएनएस
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