हैदराबाद, 12 जुलाई (आईएएनएस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव के पोते के.हिमांशु राव ने रंगारेड्डी जिले में एक सरकारी स्कूल के नवीनीकरण के लिए 90 लाख रुपये इकट्ठा करने की पहल की।
राज्य के मंत्री के.टी. रामा राव के बेटे हिमांशु रामा राव ने बुधवार को शिक्षा मंत्री पी. सबिता इंद्रा रेड्डी के साथ केशवनगर, सेरलिंगमपल्ली में मंडल परिषद प्राथमिक विद्यालय का उद्घाटन किया।
हिमांशु ने अपने जन्मदिन के अवसर पर पुनर्निर्मित स्कूल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जब वह पहली बार स्कूल आए तो उनकी आंखों में आंसू थे। छात्राओं के लिए उचित शौचालय तक नहीं थे।
उन्होंने सभा को बताया कि यह उनका पहला पब्लिक स्कूल था। उन्होंने कहा कि वह नवीकरण कार्यों की देखरेख के लिए पिछले एक साल से स्कूल का दौरा कर रहे थे।
उद्घाटन के अवसर पर सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के स्थानीय नेताओं ने हिमांशु की तस्वीरों वाले होर्डिंग्स लगाए थे, जिसमें उन्हें तेलंगाना का भावी नेता बताया गया था।
हिमांशु ने कहा कि उनके दादा केसीआर उनके आराध्य हैं और उनके पिता केटीआर उनकी प्रेरणा हैं।
उनके नेतृत्व में एक पहल के तहत जुटाए गए धन का उपयोग बुनियादी ढांचे के विकास और वहां अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान करने के लिए किया गया था। यह धनराशि हिमांशु और उनके बैचमेट्स द्वारा ओकरिज इंटरनेशनल स्कूल, खाजागुड़ा की एक पहल, कम्युनिटी एक्शन सर्विस (सीएएस) के तहत एकत्र की गई थी। वह सीएएस के अध्यक्ष हैं। इसके अलावा, एकत्र किए गए धन में कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत धन भी शामिल है।
सामुदायिक सेवा के हिस्से के रूप में ओक्रिज इंटरनेशनल स्कूल के छात्र केशवनगर के मंडल परिषद स्कूल में पढ़ाते थे। वहां के हालात देखने के बाद उन्होंने इसका जीर्णोद्धार करने का फैसला किया।
हिमांशु राव ने कहा कि उन्होंने स्कूल के विकास के लिए सीएएस और सीएसआर के तहत धन एकत्र किया है। हिमांशु राव ने कहा, “साथी छात्रों की मदद करने से मुझे बहुत खुशी मिलती है। मुझे उम्मीद है कि स्कूल के छात्र संसाधनों का उपयोग करेंगे और हमारी पहल उनके जीवन में गुणात्मक बदलाव लाएगी।”
शिक्षा मंत्री ने समाज को बेहतर बनाने की दिशा में अपना योगदान देने के लिए हिमांशु और उनकी टीम के सदस्यों की सराहना की। सबिता इंद्रा रेड्डी ने बाद में सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा की गई कई पहलों के बारे में विस्तार से बताया, जिसमें प्रतिष्ठित पहल ‘मन ऊरु-मन बड़ी’ भी शामिल है।
–आईएएनएस
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