हैदराबाद, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को विभिन्न मोर्चों पर विफलताओं को लेकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य को कर्ज के जाल में धकेल दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के चुनाव अभियान के तहत तेलंगाना में विजयभेरी यात्रा में हिस्सा लिया। संगारेड्डी और मेंदक में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार पिछले नौ वर्षों के दौरान किसानों के बचाव में आने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी मुकर गई।
खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
खड़गे ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद छह गारंटी लागू करेगी। कांग्रेस अपने सभी वादों को पूरा करती है। हमने कर्नाटक में इसे फिर से साबित किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पार्टी ने सभी चुनावी वादों को लागू किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए बीआरएस ने तेलंगाना में परेड कराने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केसीआर और केटीआर को चुनौती दी कि वे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार करें और खुद देखें कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को कैसे लागू कर रही है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
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हैदराबाद, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को विभिन्न मोर्चों पर विफलताओं को लेकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य को कर्ज के जाल में धकेल दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के चुनाव अभियान के तहत तेलंगाना में विजयभेरी यात्रा में हिस्सा लिया। संगारेड्डी और मेंदक में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार पिछले नौ वर्षों के दौरान किसानों के बचाव में आने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी मुकर गई।
खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
खड़गे ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद छह गारंटी लागू करेगी। कांग्रेस अपने सभी वादों को पूरा करती है। हमने कर्नाटक में इसे फिर से साबित किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पार्टी ने सभी चुनावी वादों को लागू किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए बीआरएस ने तेलंगाना में परेड कराने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केसीआर और केटीआर को चुनौती दी कि वे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार करें और खुद देखें कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को कैसे लागू कर रही है।
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कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के चुनाव अभियान के तहत तेलंगाना में विजयभेरी यात्रा में हिस्सा लिया। संगारेड्डी और मेंदक में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार पिछले नौ वर्षों के दौरान किसानों के बचाव में आने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी मुकर गई।
खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
खड़गे ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद छह गारंटी लागू करेगी। कांग्रेस अपने सभी वादों को पूरा करती है। हमने कर्नाटक में इसे फिर से साबित किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पार्टी ने सभी चुनावी वादों को लागू किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
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खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
खड़गे ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद छह गारंटी लागू करेगी। कांग्रेस अपने सभी वादों को पूरा करती है। हमने कर्नाटक में इसे फिर से साबित किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पार्टी ने सभी चुनावी वादों को लागू किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए बीआरएस ने तेलंगाना में परेड कराने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केसीआर और केटीआर को चुनौती दी कि वे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार करें और खुद देखें कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को कैसे लागू कर रही है।
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खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
खड़गे ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद छह गारंटी लागू करेगी। कांग्रेस अपने सभी वादों को पूरा करती है। हमने कर्नाटक में इसे फिर से साबित किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पार्टी ने सभी चुनावी वादों को लागू किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए बीआरएस ने तेलंगाना में परेड कराने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केसीआर और केटीआर को चुनौती दी कि वे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार करें और खुद देखें कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को कैसे लागू कर रही है।
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कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के चुनाव अभियान के तहत तेलंगाना में विजयभेरी यात्रा में हिस्सा लिया। संगारेड्डी और मेंदक में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार पिछले नौ वर्षों के दौरान किसानों के बचाव में आने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी मुकर गई।
खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
खड़गे ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद छह गारंटी लागू करेगी। कांग्रेस अपने सभी वादों को पूरा करती है। हमने कर्नाटक में इसे फिर से साबित किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पार्टी ने सभी चुनावी वादों को लागू किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए बीआरएस ने तेलंगाना में परेड कराने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केसीआर और केटीआर को चुनौती दी कि वे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार करें और खुद देखें कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को कैसे लागू कर रही है।
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उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी मुकर गई।
खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
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यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
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कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के चुनाव अभियान के तहत तेलंगाना में विजयभेरी यात्रा में हिस्सा लिया। संगारेड्डी और मेंदक में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार पिछले नौ वर्षों के दौरान किसानों के बचाव में आने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी मुकर गई।
खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
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कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
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खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
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कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए बीआरएस ने तेलंगाना में परेड कराने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केसीआर और केटीआर को चुनौती दी कि वे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार करें और खुद देखें कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को कैसे लागू कर रही है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
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हैदराबाद, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को विभिन्न मोर्चों पर विफलताओं को लेकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य को कर्ज के जाल में धकेल दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के चुनाव अभियान के तहत तेलंगाना में विजयभेरी यात्रा में हिस्सा लिया। संगारेड्डी और मेंदक में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार पिछले नौ वर्षों के दौरान किसानों के बचाव में आने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी मुकर गई।
खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
खड़गे ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद छह गारंटी लागू करेगी। कांग्रेस अपने सभी वादों को पूरा करती है। हमने कर्नाटक में इसे फिर से साबित किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पार्टी ने सभी चुनावी वादों को लागू किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए बीआरएस ने तेलंगाना में परेड कराने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केसीआर और केटीआर को चुनौती दी कि वे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार करें और खुद देखें कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को कैसे लागू कर रही है।
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हैदराबाद, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को विभिन्न मोर्चों पर विफलताओं को लेकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य को कर्ज के जाल में धकेल दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के चुनाव अभियान के तहत तेलंगाना में विजयभेरी यात्रा में हिस्सा लिया। संगारेड्डी और मेंदक में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार पिछले नौ वर्षों के दौरान किसानों के बचाव में आने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी मुकर गई।
खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
खड़गे ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद छह गारंटी लागू करेगी। कांग्रेस अपने सभी वादों को पूरा करती है। हमने कर्नाटक में इसे फिर से साबित किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पार्टी ने सभी चुनावी वादों को लागू किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए बीआरएस ने तेलंगाना में परेड कराने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केसीआर और केटीआर को चुनौती दी कि वे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार करें और खुद देखें कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को कैसे लागू कर रही है।
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हैदराबाद, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को विभिन्न मोर्चों पर विफलताओं को लेकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य को कर्ज के जाल में धकेल दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के चुनाव अभियान के तहत तेलंगाना में विजयभेरी यात्रा में हिस्सा लिया। संगारेड्डी और मेंदक में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार पिछले नौ वर्षों के दौरान किसानों के बचाव में आने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी मुकर गई।
खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
खड़गे ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद छह गारंटी लागू करेगी। कांग्रेस अपने सभी वादों को पूरा करती है। हमने कर्नाटक में इसे फिर से साबित किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पार्टी ने सभी चुनावी वादों को लागू किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए बीआरएस ने तेलंगाना में परेड कराने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केसीआर और केटीआर को चुनौती दी कि वे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार करें और खुद देखें कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को कैसे लागू कर रही है।
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हैदराबाद, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को विभिन्न मोर्चों पर विफलताओं को लेकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य को कर्ज के जाल में धकेल दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के चुनाव अभियान के तहत तेलंगाना में विजयभेरी यात्रा में हिस्सा लिया। संगारेड्डी और मेंदक में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार पिछले नौ वर्षों के दौरान किसानों के बचाव में आने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी मुकर गई।
खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
खड़गे ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद छह गारंटी लागू करेगी। कांग्रेस अपने सभी वादों को पूरा करती है। हमने कर्नाटक में इसे फिर से साबित किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पार्टी ने सभी चुनावी वादों को लागू किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए बीआरएस ने तेलंगाना में परेड कराने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केसीआर और केटीआर को चुनौती दी कि वे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार करें और खुद देखें कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को कैसे लागू कर रही है।
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हैदराबाद, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को विभिन्न मोर्चों पर विफलताओं को लेकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य को कर्ज के जाल में धकेल दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के चुनाव अभियान के तहत तेलंगाना में विजयभेरी यात्रा में हिस्सा लिया। संगारेड्डी और मेंदक में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार पिछले नौ वर्षों के दौरान किसानों के बचाव में आने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी मुकर गई।
खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
खड़गे ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद छह गारंटी लागू करेगी। कांग्रेस अपने सभी वादों को पूरा करती है। हमने कर्नाटक में इसे फिर से साबित किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पार्टी ने सभी चुनावी वादों को लागू किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए बीआरएस ने तेलंगाना में परेड कराने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केसीआर और केटीआर को चुनौती दी कि वे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार करें और खुद देखें कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को कैसे लागू कर रही है।
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हैदराबाद, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को विभिन्न मोर्चों पर विफलताओं को लेकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य को कर्ज के जाल में धकेल दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के चुनाव अभियान के तहत तेलंगाना में विजयभेरी यात्रा में हिस्सा लिया। संगारेड्डी और मेंदक में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार पिछले नौ वर्षों के दौरान किसानों के बचाव में आने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी मुकर गई।
खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
खड़गे ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद छह गारंटी लागू करेगी। कांग्रेस अपने सभी वादों को पूरा करती है। हमने कर्नाटक में इसे फिर से साबित किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पार्टी ने सभी चुनावी वादों को लागू किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए बीआरएस ने तेलंगाना में परेड कराने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केसीआर और केटीआर को चुनौती दी कि वे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार करें और खुद देखें कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को कैसे लागू कर रही है।
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हैदराबाद, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को विभिन्न मोर्चों पर विफलताओं को लेकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य को कर्ज के जाल में धकेल दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के चुनाव अभियान के तहत तेलंगाना में विजयभेरी यात्रा में हिस्सा लिया। संगारेड्डी और मेंदक में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार पिछले नौ वर्षों के दौरान किसानों के बचाव में आने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी मुकर गई।
खड़गे ने सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने में विफल रहने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। साथ ही दावा किया कि सरकारी विभागों में 3 लाख पद खाली हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा पूरा न कर पाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया।
उन्होंने कहा, ”पीएम मोदी के शासन में केवल कॉरपोरेट्स को फायदा हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने कई कंपनियां स्थापित कीं जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पीएम मोदी तो निजीकरण की होड़ में चले गए हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा गरीबों, किसानों और मजदूरों के बारे में सोचती है। मनरेगा जैसी योजना कांग्रेस की ही देन है।यह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और भूमि सुधार योजना लाई।”
खड़गे ने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद छह गारंटी लागू करेगी। कांग्रेस अपने सभी वादों को पूरा करती है। हमने कर्नाटक में इसे फिर से साबित किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पार्टी ने सभी चुनावी वादों को लागू किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तेलंगाना के साथ जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संगारेड्डी की धरती पर कदम रखने के बाद उन्होंने पूरे देश में कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंक दी।
यह भी बताया कि मेडक से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं थीं। वहीं तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि बीआरएस गलत प्रचार कर रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में अपने चुनावी वादों को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए बीआरएस ने तेलंगाना में परेड कराने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केसीआर और केटीआर को चुनौती दी कि वे कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार करें और खुद देखें कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को कैसे लागू कर रही है।