सैन फ्रांसिस्को, 21 जनवरी (आईएएनएस)। एप्पल के एयरटैग ने बचावकर्ताओं को एक कुत्ते को बचाने में मदद की, जो कैलिफोर्निया में बाढ़ में खो गया था।
मैकरियूमर्स की रिपोर्ट के अनुसार एक वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई शेफेर्ड सीमस, टहलने के दौरान अपने मालिक से अलग हो गया था और एक तेज-तर्रार तूफानी नाले में गिर गया था।
बाढ़ नियंत्रण बेसिन में बह जाने के बाद सीमस अपने मालिक से दूर चला गया, लेकिन अंतत: वह एक एक्सेस ट्यूब से बाहर निकलने में कामयाब रहा।
जल निकासी नेटवर्क द्वारा उसे अपने शुरुआती बिंदु से लगभग एक मील दूर ले जाने के बाद कुत्ता सुरंग के नीचे फंस गया।
सैन बर्नार्डिनो काउंटी फायर डिपार्टमेंट ने अपने फेसबुक पेज पर कहा कि एप्पल एयरटैग और पारंपरिक आईडी टैग दोनों ने बचाव दल और मालिकों को कुत्ते को ट्रैक करने और उन्हें फिर से मिलाने में मदद की।
पिछले नवंबर में यह बताया गया था कि ट्रैकिंग डिवाइस ने एक महिला को फ्लोरिडा राज्य में अपने कुत्ते का पता लगाने में मदद की थी।
कुत्ते के गायब होने के एक घंटे बाद उसके मालिक डेनिस को इस बारे में पता चला।
तब उसे एहसास हुआ कि उसने कुत्ते के कॉलर में एक एयरटैग जीपीएस ट्रैकर लगाया था और फिर कुत्ते को आखिरकार एक पशु आश्रय में ट्रैक किया गया, जो उसके घर से 20 मिनट की दूरी पर था।
–आईएएनएस
एसकेके/सीबीटी
सैन फ्रांसिस्को, 21 जनवरी (आईएएनएस)। एप्पल के एयरटैग ने बचावकर्ताओं को एक कुत्ते को बचाने में मदद की, जो कैलिफोर्निया में बाढ़ में खो गया था।
मैकरियूमर्स की रिपोर्ट के अनुसार एक वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई शेफेर्ड सीमस, टहलने के दौरान अपने मालिक से अलग हो गया था और एक तेज-तर्रार तूफानी नाले में गिर गया था।
बाढ़ नियंत्रण बेसिन में बह जाने के बाद सीमस अपने मालिक से दूर चला गया, लेकिन अंतत: वह एक एक्सेस ट्यूब से बाहर निकलने में कामयाब रहा।
जल निकासी नेटवर्क द्वारा उसे अपने शुरुआती बिंदु से लगभग एक मील दूर ले जाने के बाद कुत्ता सुरंग के नीचे फंस गया।
सैन बर्नार्डिनो काउंटी फायर डिपार्टमेंट ने अपने फेसबुक पेज पर कहा कि एप्पल एयरटैग और पारंपरिक आईडी टैग दोनों ने बचाव दल और मालिकों को कुत्ते को ट्रैक करने और उन्हें फिर से मिलाने में मदद की।
पिछले नवंबर में यह बताया गया था कि ट्रैकिंग डिवाइस ने एक महिला को फ्लोरिडा राज्य में अपने कुत्ते का पता लगाने में मदद की थी।
कुत्ते के गायब होने के एक घंटे बाद उसके मालिक डेनिस को इस बारे में पता चला।
तब उसे एहसास हुआ कि उसने कुत्ते के कॉलर में एक एयरटैग जीपीएस ट्रैकर लगाया था और फिर कुत्ते को आखिरकार एक पशु आश्रय में ट्रैक किया गया, जो उसके घर से 20 मिनट की दूरी पर था।
–आईएएनएस
एसकेके/सीबीटी