चेन्नई, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कोयंबटूर कार विस्फोट मामले की और जांच करेगी, जिसमें 29 वर्षीय जमीशा मुबीन की जलकर मौत हो गई थी। विस्फोट, दिवाली की पूर्व संध्या पर 23 अक्टूबर को हुआ था।
मामले की जांच कर रही एनआईए ने तमिलनाडु और केरल के कुछ क्षेत्रों में छापेमारी की और तलाशी ली। विस्फोट के बाद से न्यायिक हिरासत में बंद पांच युवकों से एनआईए के अधिकारियों ने रविवार को पूछताछ की।
जांच एजेंसी के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि न्यायिक हिरासत में बंद युवकों द्वारा सामने लाए गए कुछ तथ्यों की जांच के लिए एजेंसी और तलाशी लेगी।
कोयंबटूर कार विस्फोट मामले में नौ युवक न्यायिक हिरासत में हैं। पांच से एनआईए ने पूछताछ की। इनमें से एक मोहम्मद तालका है, जो एक इस्लामिक आतंकी ऑपरेटिव एसए बाशा का भतीजा है। वह आतंकवादी संगठन अल उम्मा का संस्थापक है। बाशा फिलहाल 14 फरवरी, 1998 को कोयम्बटूर में हुए सीरियल ब्लास्ट में न्यायिक हिरासत में हैं, जिसमें 56 लोगों की जान चली गई थी।
तमिलनाडु पुलिस के सूत्रों ने आईएएनएस को यह भी बताया कि मोहम्मद तालका की उपस्थिति ने एजेंसियों को कार विस्फोट में अल उम्मा की संलिप्तता की आशंका है।
19 नवंबर को मंगलुरु में इसी तरह का एक आतंकी हमला हुआ था, जिसमें एक ऑटोरिक्शा में विस्फोट हुआ था। बाद में पता चला कि आरोपी मोहम्मद शरीक कोयम्बटूर कार विस्फोट में मरे जमीशा मुबीन का परिचित था। एनआईए दोनों धमाकों में बाहरी और आंतरिक ताकतों की भूमिका को जोड़ रही है।
–आईएएनएस
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