कोलकाता, 2 मई (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के लिए कालीघाट बहुमुखी सेवा समिति (कोलकाता) ने शुक्रवार को श्रद्धांजलि यात्रा निकाली। यह श्रद्धांजलि यात्रा दक्षिण कोलकाता के राशबिहारी से गरियाहाट तक निकाली गई। इस यात्रा में आम हिंदू लोगों के साथ-साथ भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी भी शामिल हुए। उनकी मुख्य मांग थी कि इस घटना के दोषियों को चुन-चुनकर सजा दी जाए।
कालीघाट बहुमुखी सेवा समिति के सचिव तुषार कांति घोष ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए श्रद्धांजलि यात्रा निकाली जाने की योजना बनाई थी। हम राष्ट्रवादी हैं, इसलिए राष्ट्रहित के लिए पाकिस्तान के खिलाफ राष्ट्रीय ध्वज लेकर एक जुलूस जरूर निकालना चाहिए। इसके लिए हमने स्थानीय पुलिस से अनुमति मांगी, लेकिन हमें अनुमति नहीं मिली। इसके बाद हम लोग हाई कोर्ट गए, जहां से अनुमति मिल गई। हाई कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद हमने शुक्रवार को यह यात्रा निकाली है।
उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में रहते हुए भी पाकिस्तान के खिलाफ जुलूस निकालने और राष्ट्रीय ध्वज के साथ राष्ट्रवादी भावना प्रदर्शित करने की अनुमति पश्चिम बंगाल प्रशासन ने नहीं दी। हम चाहते हैं कि पूरे हिंदुस्तान में पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाई जाए। पहलगाम में आतंकी हमले में शामिल आतंकवादियों को चुन-चुनकर मारना चाहिए। पूरे देश से आतंकवाद का पूर्ण सफाया किया जाना चाहिए।
वहीं, भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने कहा कि हम अपनी सेना के साथ हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को खुली छूट दी है। सेना दुश्मनों के खिलाफ जो भी कार्रवाई करेगी, हम सेना के साथ हैं। हमारा प्यार और सहयोग सेना के साथ है। मानसिक, शारीरिक और हर तरह से हम अपनी सेना के साथ हैं। इसी संदेश के साथ आज सभी लोग तिरंगा झंडा लेकर उतरे हैं।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने 26 निहत्थे लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस आतंकी हमले में 20 से ज्यादा पर्यटक घायल हुए थे।
–आईएएनएस
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