दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल), 19 अगस्त (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुए जघन्य अपराध को लेकर सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिस्ता ने सोमवार को आईएएनएस से बात की। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में हुई इस घटना से बंगाल की 10 करोड़ जनता के साथ-साथ पूरा देश शर्मसार है।
दार्जिलिंग सीट के लोकसभा सांसद ने कहा कि यह बहुत दुखद है कि अपराधी को पकड़ने और दंडित करने की बजाय, तृणमूल कांग्रेस और पूरा पुलिस प्रशासन इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है। ममता बनर्जी खुद इसके लिए जिम्मेदार हैं। पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था बेकाबू हो चुकी है। भारतीय कानून और संविधान राज्य में लागू नहीं होता। मुख्यमंत्री खुद सड़क पर उतरकर न्याय की बात कर रही हैं, यह देश के लिए चिंता की बात है।
उन्होंने कहा, “मैं भारत सरकार और भारत की राष्ट्रपति, जो स्वयं एक महिला हैं, उनसे मांग करता हूं कि जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का संज्ञान लिया है, उसी तरह से राष्ट्रपति भी इस मामले में हस्तक्षेप करें।”
मानव अंग तस्करी के संबंध में उन्होंने कहा, “मैं इस पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा, क्योंकि इसकी जांच सीबीआई कर रही है और मैं सभी देशवासियों से कहना चाहता हूं कि आप थोड़ा धैर्य रखें, क्योंकि सीबीआई जांच में जुट चुकी है और जांच के बाद बहुत सी बातें खुलकर सामने आएंगी।”
बता दें कि महिला डॉक्टर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उसके शरीर पर 14 चोटों के निशान थे। सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट में बताया गया है कि सभी चोटें मौत से पहले की हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर, गाल, होंठ, नाक, दाहिना जबड़ा, ठोड़ी, गर्दन, बायां हाथ, बायां कंधा, बायां घुटना, टखना और प्राइवेट पार्ट के अंदरूनी हिस्से समेत शरीर के कई हिस्सों में चोटों के निशान मिले हैं।
फेफड़ों में रक्तस्राव, शरीर के अन्य हिस्सों में खून के थक्के और प्राइवेट पार्ट के अंदर सफेद गाढ़ा चिपचिपा तरल पदार्थ मौजूद था। सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट के निष्कर्षों से पता चलता है कि पीड़िता की मौत गला घोंटने से हुई थी।
–आईएएनएस
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