नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।
–आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने चीन से यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंधों को लागू करने के बाद, पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली पर निराशा व्यक्त की है।
आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि कई देश चीन से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच और अन्य उपायों की शुरुआत कर रहे हैं, भले ही वायरस पहले से ही उनकी सीमाओं के भीतर व्यापक रूप से फैल रहा है। पिछले तीन वर्षों में अप्रभावी साबित हुए उपायों की अचानक बहाली को देखना बेहद निराशाजनक है।
आईएटीए ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने के लिए गए शोध से निष्कर्ष निकाला है कि यात्रा के रास्ते में बाधाएं डालने से संक्रमण के चरम प्रसार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। हालांकि, प्रतिबंधों से कोरोना के फैलने में कुछ दिनों कीे देरी हुई है। यदि दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो उसी स्थिति की अपेक्षा की जाएगी।
इसलिए सरकारों को विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत उन विशेषज्ञों की सलाह सुननी चाहिए, जो यात्रा प्रतिबंधों के खिलाफ सलाह देते हैं। हमारे पास अप्रभावी उपायों का सहारा लिए बिना कोविड-19 का प्रबंधन करने के लिए उपकरण हैं। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान और नौकरियां को खत्म करते हैं। आईएटीए करीब 300 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई ट्रैफिक का 83 प्रतिशत शामिल है।