नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी को चुन लिया है। सर्वसम्मति से विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर लगाई गई। आतिशी के नाम का प्रस्ताव अरविंद केजरीवाल ने रखा। जिस पर सबने सहमति जताई। बाद में गोपाल राय ने इसकी जानकारी साझा की। कहा, अब अगले चुनाव तक आतिशी ही दिल्ली की मुख्यमंत्री होंगी। पूरे विधायक दल ने उन्हें दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ अपना नेता चुना है।
आतिशी का नाम फाइनल होने के साथ ही वो दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। इससे पहले, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित भी दिल्ली की कमान संभाल चुकी हैं। आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं। मौजूदा समय में उनके पास कुल 13 मंत्रालय हैं। सियासी गलियारों में आतिशी को केजरीवाल के भरोसेमंद साथियों में से एक माना जाता है।
आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
–आईएएनएस
एसएचके/केआर
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नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी को चुन लिया है। सर्वसम्मति से विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर लगाई गई। आतिशी के नाम का प्रस्ताव अरविंद केजरीवाल ने रखा। जिस पर सबने सहमति जताई। बाद में गोपाल राय ने इसकी जानकारी साझा की। कहा, अब अगले चुनाव तक आतिशी ही दिल्ली की मुख्यमंत्री होंगी। पूरे विधायक दल ने उन्हें दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ अपना नेता चुना है।
आतिशी का नाम फाइनल होने के साथ ही वो दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। इससे पहले, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित भी दिल्ली की कमान संभाल चुकी हैं। आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं। मौजूदा समय में उनके पास कुल 13 मंत्रालय हैं। सियासी गलियारों में आतिशी को केजरीवाल के भरोसेमंद साथियों में से एक माना जाता है।
आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
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नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी को चुन लिया है। सर्वसम्मति से विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर लगाई गई। आतिशी के नाम का प्रस्ताव अरविंद केजरीवाल ने रखा। जिस पर सबने सहमति जताई। बाद में गोपाल राय ने इसकी जानकारी साझा की। कहा, अब अगले चुनाव तक आतिशी ही दिल्ली की मुख्यमंत्री होंगी। पूरे विधायक दल ने उन्हें दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ अपना नेता चुना है।
आतिशी का नाम फाइनल होने के साथ ही वो दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। इससे पहले, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित भी दिल्ली की कमान संभाल चुकी हैं। आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं। मौजूदा समय में उनके पास कुल 13 मंत्रालय हैं। सियासी गलियारों में आतिशी को केजरीवाल के भरोसेमंद साथियों में से एक माना जाता है।
आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
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आतिशी का नाम फाइनल होने के साथ ही वो दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। इससे पहले, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित भी दिल्ली की कमान संभाल चुकी हैं। आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं। मौजूदा समय में उनके पास कुल 13 मंत्रालय हैं। सियासी गलियारों में आतिशी को केजरीवाल के भरोसेमंद साथियों में से एक माना जाता है।
आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
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आतिशी का नाम फाइनल होने के साथ ही वो दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। इससे पहले, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित भी दिल्ली की कमान संभाल चुकी हैं। आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं। मौजूदा समय में उनके पास कुल 13 मंत्रालय हैं। सियासी गलियारों में आतिशी को केजरीवाल के भरोसेमंद साथियों में से एक माना जाता है।
आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
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आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
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आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
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आतिशी का नाम फाइनल होने के साथ ही वो दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। इससे पहले, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित भी दिल्ली की कमान संभाल चुकी हैं। आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं। मौजूदा समय में उनके पास कुल 13 मंत्रालय हैं। सियासी गलियारों में आतिशी को केजरीवाल के भरोसेमंद साथियों में से एक माना जाता है।
आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
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आतिशी का नाम फाइनल होने के साथ ही वो दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। इससे पहले, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित भी दिल्ली की कमान संभाल चुकी हैं। आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं। मौजूदा समय में उनके पास कुल 13 मंत्रालय हैं। सियासी गलियारों में आतिशी को केजरीवाल के भरोसेमंद साथियों में से एक माना जाता है।
आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
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आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
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आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
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नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी को चुन लिया है। सर्वसम्मति से विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर लगाई गई। आतिशी के नाम का प्रस्ताव अरविंद केजरीवाल ने रखा। जिस पर सबने सहमति जताई। बाद में गोपाल राय ने इसकी जानकारी साझा की। कहा, अब अगले चुनाव तक आतिशी ही दिल्ली की मुख्यमंत्री होंगी। पूरे विधायक दल ने उन्हें दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ अपना नेता चुना है।
आतिशी का नाम फाइनल होने के साथ ही वो दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। इससे पहले, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित भी दिल्ली की कमान संभाल चुकी हैं। आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं। मौजूदा समय में उनके पास कुल 13 मंत्रालय हैं। सियासी गलियारों में आतिशी को केजरीवाल के भरोसेमंद साथियों में से एक माना जाता है।
आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
–आईएएनएस
एसएचके/केआर
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नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी को चुन लिया है। सर्वसम्मति से विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर लगाई गई। आतिशी के नाम का प्रस्ताव अरविंद केजरीवाल ने रखा। जिस पर सबने सहमति जताई। बाद में गोपाल राय ने इसकी जानकारी साझा की। कहा, अब अगले चुनाव तक आतिशी ही दिल्ली की मुख्यमंत्री होंगी। पूरे विधायक दल ने उन्हें दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ अपना नेता चुना है।
आतिशी का नाम फाइनल होने के साथ ही वो दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। इससे पहले, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित भी दिल्ली की कमान संभाल चुकी हैं। आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं। मौजूदा समय में उनके पास कुल 13 मंत्रालय हैं। सियासी गलियारों में आतिशी को केजरीवाल के भरोसेमंद साथियों में से एक माना जाता है।
आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
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नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी को चुन लिया है। सर्वसम्मति से विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर लगाई गई। आतिशी के नाम का प्रस्ताव अरविंद केजरीवाल ने रखा। जिस पर सबने सहमति जताई। बाद में गोपाल राय ने इसकी जानकारी साझा की। कहा, अब अगले चुनाव तक आतिशी ही दिल्ली की मुख्यमंत्री होंगी। पूरे विधायक दल ने उन्हें दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ अपना नेता चुना है।
आतिशी का नाम फाइनल होने के साथ ही वो दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। इससे पहले, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित भी दिल्ली की कमान संभाल चुकी हैं। आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं। मौजूदा समय में उनके पास कुल 13 मंत्रालय हैं। सियासी गलियारों में आतिशी को केजरीवाल के भरोसेमंद साथियों में से एक माना जाता है।
आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।
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नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी को चुन लिया है। सर्वसम्मति से विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर लगाई गई। आतिशी के नाम का प्रस्ताव अरविंद केजरीवाल ने रखा। जिस पर सबने सहमति जताई। बाद में गोपाल राय ने इसकी जानकारी साझा की। कहा, अब अगले चुनाव तक आतिशी ही दिल्ली की मुख्यमंत्री होंगी। पूरे विधायक दल ने उन्हें दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ अपना नेता चुना है।
आतिशी का नाम फाइनल होने के साथ ही वो दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। इससे पहले, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित भी दिल्ली की कमान संभाल चुकी हैं। आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं। मौजूदा समय में उनके पास कुल 13 मंत्रालय हैं। सियासी गलियारों में आतिशी को केजरीवाल के भरोसेमंद साथियों में से एक माना जाता है।
आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था। वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं। ये तेज तर्रार ‘आप’ नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं। आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था। उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं। पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की। उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की। आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी।