नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।
टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।
अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।
दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।
तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।
चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।
–आईएएनएस
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