deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

कौन है टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत का सबसे सफल गेंदबाज?

by
October 8, 2024
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

READ ALSO

हाथियों से बचने के लिए दरवाजों पर ठोंक दीं कीलें

सरकार के साथ उपभोक्ता को चूना लगा रहे सुपारी व्यवसायी

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। टी20 क्रिकेट ऐसा प्रारूप है, जहां बल्लेबाजों का बोल बाला रहता है। चाहे गेंदबाज कितना भी दिग्गज हो, उस मार तो पड़ती है और ऐसे में गेंदबाजों को संभलने का मौका बहुत कम ही मिलता है। हालांकि, कई ऐसे गेंदबाज हैं जो इस फॉर्मेट में भी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सक्षम हैं। इस फॉर्मेट में ‘मेडन ओवर’ निकालना विकेट लेने से कम नहीं और ऐसे में यह चार भारतीय गेंदबाज इसमें माहिर हैं।

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले और डेथ ओवर्स के ओवर सबसे अहम होते हैं, ज्यादातर यही मैच के नतीजे भी तय करते हैं। टीम इंडिया के लंबे समय से यह जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह उठा रहे हैं। इस सूची में भी सबसे पहला नाम उनका ही है। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2016 में खेला था।

अब तक इस गेंदबाज ने 70 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 12 ओवर मेडन फेंके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 6.27 की रही है और उन्होंने 17.74 की औसत से 89 विकेट भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/7 विकेट का रहा है।

दूसरा नाम भुवनेश्वर कुमार का है, साल 2012 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 87 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10 मेडन ओवर फेंके हैं। उनकी औसत 23.10 और इकॉनमी रेट 6.96 की रही है। भुवनेश्वर ने 90 विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/4 विकेट का रहा है।

तीसरा नाम पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का है। उन्होंने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला साल 2006 में खेला था और आखिरी बार वह 2016 में खेलते हुए नजर आए थे। इस दौरान 5 मेडन ओवर फेंके थे। उनकी औसत 25.32 की रही थी। उन्होंने अपने करियर में 6.20 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी और 25 विकेट झटके थे।

चौथा नाम रवींद्र जडेजा का है, टी-20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास लेने वाले जडेजा इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला मुकाबला साल 2009 में खेला था। इस दौरान उन्होंने 4 मेडन ओवर डाले थे। उनकी औसत 29.85 और इकॉनमी रेट 7.13 की रही थी। उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 54 विकेट झटके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15 का रहा है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

Related Posts

हाथियों से बचने के लिए दरवाजों पर ठोंक दीं कीलें
जबलपुर

हाथियों से बचने के लिए दरवाजों पर ठोंक दीं कीलें

June 14, 2025
Betel nut traders are cheating the government as well as the consumers
जबलपुर

सरकार के साथ उपभोक्ता को चूना लगा रहे सुपारी व्यवसायी

June 14, 2025
Fraud: He came to become a constable, police sent him to jail
जबलपुर

फर्जीवाड़ा: आया था सिपाही बनने, पुलिस ने भेजा जेल

June 14, 2025
व्यापारियों के अधिकारों की लडाई लड़ रहा उप्र उद्योग व्यापार मंडल
ताज़ा समाचार

व्यापार मंडल के अधिकारों की लडाई लड़ रहा उप्र उद्योग व्यापार मंडल

June 14, 2025
महिलाओं के छोटे-छोटे ग्रुप्स बना कर शुरू होंगे आजीविका के काम
ताज़ा समाचार

महिलाओं के छोटे-छोटे ग्रुप्स बना कर शुरू होंगे आजीविका के काम

June 14, 2025
स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 की तैयारी में जुटा अनूपपुर जिला
ताज़ा समाचार

स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 की तैयारी में जुटा अनूपपुर जिला

June 14, 2025
Next Post

करण जौहर ने अपने एयरपोर्ट लुक से सभी काे चौंकाया

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

[email protected]

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

084415
Total views : 5892999
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In